वायु सेना ने स्वदेशी समाधान खोजने से जुड़े प्रमुख फोकस क्षेत्रों को पहचाना
– स्वदेशीकरण के चल रहे प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देगा आईईटी मद्रास
नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय वायु सेना ने आईईटी मद्रास के साथ विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए बुधवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस संयुक्त साझेदारी का उद्देश्य ‘आत्मनिर्भर भारत’ का लक्ष्य हासिल करने के लिए वायु सेना के स्वदेशीकरण के प्रयासों में तेजी लाना है। भारतीय वायुसेना ने प्रौद्योगिकी विकास और विभिन्न हथियार प्रणालियों के निर्वाह के लिए स्वदेशी समाधान खोजने से जुड़े प्रमुख फोकस क्षेत्रों की पहचान की है।
आईईटी मद्रास के साथ हुए इस समझौते से भारतीय वायु सेना को आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए व्यावहारिक अध्ययन और प्रोटोटाइप विकास के लिए अनुसंधान में मदद मिलेगी। भारतीय वायु सेना के साथ साझेदारी में आईईटी मद्रास वायु सेना की रखरखाव कमान के बेस रिपेयर डिपो की क्षमता बढ़ाने और ‘सेल्फ रिलायंस’ हासिल करने की दिशा में स्वदेशीकरण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
समझौता ज्ञापन पर वायु सेना की ओर से मुख्यालय रखरखाव कमांड के इंजीनियरिंग ऑफिसर (सिस्टम) एयर कमोडोर एस बहुजा और आईआईटी मद्रास की ओर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एचएसएन मूर्ति ने हस्ताक्षर किए।