नई दिल्ली , 11 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली एनसीआर में ड्रग्स तस्करी करने वाले दो मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक मॉड्यूल के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि दूसरे मॉड्यूल से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे कुल 15 किलो हेरोइन बरामद की गई है जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 60 करोड़ रुपये बताई गई है। इनसे तीन गाड़ियां भी जब्त की गई है जिनका इस्तेमाल ड्रग्स तस्करी में किया जाता था।
स्पेशल सेल के डीसीपी डीसीपी राजीव रंजन सोमवार को बताया कि पहले ऑपरेशन में इंस्पेक्टर मनदीप सिंह और नागेंद्र सिंह की टीम को सूचना मिली कि मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र में ड्रग्स तस्कर फिरोज आलम अपने साथी के आने वाला है। इस जानकारी पर फिरोज आलम और राणा सिंह को लग्जरी कार में गिरफ्तार किया गया।
करीब 2.5 किलो हेरोइन फिरोज आलम के पास से बरामद हुई। वहीं 2 किलो हेरोइन राणा सिंह के पास से बरामद हुई। इसे लेकर एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज किया गया। इनसे हुई पूछताछ के बाद उनके दो अन्य साथियों सतीश कुमार और टीकाराम को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 550 ग्राम हेरोइन कार से बरामद हुई।
दूसरे ऑपरेशन में इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह को सूचना मिली कि ड्रग्स तस्करी में शामिल इमरान अली और जाहिर सुंदर नगरी इलाके में आएंगे। वह दोनों शाहजहांपुर के रहने वाले हैं। इस जानकारी पर पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में उनके पास से आठ किलो हेरोइन बरामद हुई। इस बाबत एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज किया गया। उनसे हुई पूछताछ के बाद उनके अन्य साथी हनीफ को पुलिस टीम ने बरेली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया और उसके पास से दो किलो हेरोइन बरामद की गई।
गिरफ्तार किया गया फिरोज आलम बीते 10 साल से ड्रग्स तस्करी में शामिल है। 2011 में उसे अपहरण और हत्या के एक मामले में आईपी स्टेट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह 2011 से 2020 तक जेल में रहा। जेल से निकलने के बाद वह दीपक राही के संपर्क में आया जो मकोका के मामले में जेल में बंद था। वह राणा सिंह के साथ ड्रग्स तस्करी करने लगा। राणा सिंह गांव खेती करता था। वह फिरोज का दोस्त है।
तीसरा आरोपित सतीश कुमार टैक्सी चलाता है। वह 12वीं कक्षा तक पढ़ा है। 2011 से 2020 तक वह आईपी स्टेट थाना इलाके में हुए हत्या के मामले में जेल में रहा। वह बरेली निवासी गणपत के संपर्क में आया जो दिल्ली एनसीआर में ड्रग्स सप्लाई करता था। उसके साथ वह टैक्सी में पंजाब, यूपी और दिल्ली में ड्रग्स सप्लाई करने लगा। गणपत को जनवरी 2022 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। टीकाराम गणपत का रिश्तेदार है।
इमरान अली बीते 10 साल से ड्रग्स तस्करी में लिप्त है। उसके खिलाफ यूपी के जलालाबाद में भी एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज है। वह इस्लाम और इकराम से ड्रग्स लेकर उसे बाबू के इशारे पर सप्लाई करते थे। जाहिर दसवीं कक्षा तक पढ़ा है। वह पेशे से ड्राइवर है। वह इमरान अली से मिला था जिसने उसे तस्करी में लिप्त किया। तीन-चार साल से वह तस्करी में लिप्त है। बीते पांच साल से हनीफ ड्रग्स तस्करी में लिप्त है। रांची से ड्रग्स लेकर वह उसे यूपी, दिल्ली और एनसीआर में सप्लाई करता था।