नई दिल्ली, 11 अप्रैल (हि.स.)। नीति आयोग ने सोमवार को एक कार्यक्रम में राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक-राउंड-1 लॉन्च किया। इस सूचकांक में बड़े राज्यों में गुजरात, केरल और पंजाब का प्रदर्शन अव्वल रहा है।
नीति आयोग के सूचकांक में राज्यों को आकार और भौगोलिक अंतर के आधार पर बड़े राज्यों, छोटे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। बड़े राज्यों की श्रेणी में शीर्ष तीन प्रदर्शनकर्ता गुजरात, केरल और पंजाब हैं। गोवा, छोटे राज्यों की श्रेणी में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य के रूप में उभरा है और इसके बाद त्रिपुरा और मणिपुर का स्थान आता है। केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़, दिल्ली और दमन और दीव एवं दादरा और नगर हवेली शीर्ष प्रदर्शनकर्ता हैं।
राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक-राउंड-1 राज्यों के प्रदर्शन को 6 मापदंडों पर रैंक करता है। इनमें डिस्कॉम का प्रदर्शन, ऊर्जा तक पहुंच, सामर्थ्य और विश्वसनीयता, स्वच्छ ऊर्जा पहल, ऊर्जा दक्षता, पर्यावरणीय स्थिरता और नई पहल शामिल है। मापदंडों को आगे 27 संकेतकों में विभाजित किया गया है।
सूचकांक को जारी करने के बाद नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि ग्लासगो में कॉप26 में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित ‘पंचामृत’ लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में हमारे प्रयासों को एक जन आंदोलन में बदलने की आवश्यकता है। ऐसा करने में राज्यों की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है। सरकारी स्तर पर नवाचार और राज्यों द्वारा परस्पर सीखने से परिणामों में सुधार होगा और यह सूचकांक इस दिशा में सही कदम है।