इस्लामाबाद, 11 अप्रैल (हि.स.)। पाकिस्तान में राजनीतिक हालात दिन-प्रति-दिन करवट ले रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान नेशनल असेंबली का बहिष्कार कर बाहर गए इमरान खान की पार्टी के सांसद अब इस्तीफा नहीं देंगे। यही नहीं इमरान की पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए अपने प्रत्याशी शाह महमूद कुरैशी को जिताने की अपील जारी की है।
पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव से इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटाने के बाद रविवार को नया प्रधानमंत्री चुनने की प्रक्रिया शुरू हुई। विपक्ष की ओर से पाकिस्तान मुस्लिम लीग – नवाज (पीएमएल-एन) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन कराया है। उधर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पूर्व व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को प्रत्याशी बनाया है। कुरैशी ने भी नामांकन करा दिया है। दोनों नामांकन स्वीकार हो गए हैं और सोमवार दोपहर बाद नेशनल असेंबली में नए प्रधानमंत्री का चुनाव होगा।
इस बीच पीटीआई के प्रधानमंत्री उम्मीदवार शाह महमूद कुरैशी ने पीटीआई के सभी सांसदों के इस्तीफा देने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि पीटीआई कोर कमेटी की बैठक में अधिकांश सांसदों का मानना था कि नेशनल असेंबली में रहकर अंदर और बाहर नई सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाए। वैसे संसद की कार्यवाही से पहले इस पर अंतिम निर्णय की बात भी उन्होंने कही।
इस बीच पीटीआई के महासचिव असद उमर ने पार्टी के सभी सांसदों से शाह महमूद कुरैशी को जिताने के लिए प्रधानमंत्री पद के चुनाव के दौरान नेशनल असेंबली में मौजूद रहने की अपील की है। उन्होंने पार्टी से बगावत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी।