गुवाहाटी, 07 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ‘विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों’ में अपार संभावनाएं हैं, ऐसे में राज्य सरकार ने उनके सशक्तिकरण के लिए कई पहल की हैं और उन्हें राज्य के मानव संसाधन के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में उपयोग किया है।
आजादी का अमृत महोत्सव-रिटर्न टू प्ले इनक्लूजन रिवोल्यूशन के अवसर पर गुरुवार को गुवाहाटी के सोरुसजाई स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में आयोजित दिव्यांग बच्चों और एथलीटों के लिए एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य उत्सव में में मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि राज्य सरकार दीनदयाल दिव्यांग पेंशन योजना के तहत मासिक 1000 रुपये, एक लाख से अधिक लाभार्थियों को भुगतान कर रही है। दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना के तहत कई दिव्यांगजन लाभान्वित हुए हैं। इसके अलावा, राज्य में विशेष रूप से दिव्यांग लोगों को 1.20 लाख से अधिक यूडीआईडी कार्ड दिए गए। विशेष रूप से दिव्यांग छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छह साल से कम उम्र के दिव्यांग बच्चों के माता-पिता से भी अनुरोध किया कि वे राज्य सरकार की विशेष योजना ‘स्नेह स्पर्श’ का लाभ उठाएं ताकि उनके बच्चे सामान्य जीवन जी सकें। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता संभालने के तुरंत बाद दिव्यांग लोगों को ‘दिव्यांगजन’ बताया। डॉ. सरमा ने कहा कि विशेष रूप से सक्षम लोग किसी भी तरह से कमजोर नहीं हैं, क्योंकि वे सरकार के ‘समावेशी विकास’ के उद्देश्य को लागू करने के लिए अपरिहार्य हैं।
विशेष ओलंपिक भारत, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित, राष्ट्रीय स्वास्थ्य उत्सव बौद्धिक अक्षमता वाले लोगों के दंत स्वास्थ्य और अन्य स्वास्थ्य मानकों पर परामर्श प्रदान करने का एक प्रयास है। यह कार्यक्रम देश भर के 75 शहरों में आयोजित किया गया था, जिसमें 75 हजार से अधिक बच्चों और बौद्धिक अक्षमता वाले एथलीटों की अनुमानित भागीदारी थी। असम में गुवाहाटी और जोरहाट में आयोजित कार्यक्रम में विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों को कोरोना महामारी के लिए स्वास्थ्य परामर्श और टीके भी प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं इस कार्यक्रम में शामिल होकर वास्तव में खुश महसूस कर रहा हूं, जिसने उन्हें शुद्ध आत्माओं के साथ अपना समय बिताने का मौका दिया है, जो उनके अनुसार अपार क्षमता रखते हैं।” सुधा चंद्रन, रवींद्र जैन, पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा, पैरालंपिक पदक विजेता सुमित अंतिल, अवनि लेखारा, भावना पटेल आदि विशेष रूप से सक्षम कलाकारों की सफलता की कहानियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि इन व्यक्तित्वों का जीवन और उपलब्धियां गवाह हैं कि दिव्यांग लोगों की अदम्य शक्ति का।
इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कुछ विशेष रूप से सक्षम एथलीटों को ओलंपिक सहित कुछ अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए स्मृति चिह्न भी प्रदान किए।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री अजंता नेउग ने भी समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर रंगिया के विधायक भवेश कलिता, पलासबारी के विधायक हेमंगा ठकुरिया, मुख्य कार्यकारी सदस्य कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद तुलीराम रोंगहांग सहित कई अन्य सम्मानित व्यक्ति उपस्थित थे।