मीरजापुर, 06 अप्रैल (हि.स.)। दर्शनार्थियों का मां विंध्यवासिनी का चरण स्पर्श कराना विंध्याचल के पांच तीर्थ पुरोहितों को भारी पड़ गया। अब वे 14 दिन तक विंध्यवासिनी मंदिर पर दर्शनार्थियों को दर्शन-पूजन नहीं करा सकेंगे। मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर पुरोहितों को यह सजा मिली है।
नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों की भीड़ के दबाव को लेकर मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर प्रतिबंध है। नवरात्र शुरू होने से पहले प्रशासन यानी विंध्य विकास परिषद और श्रीविंध्य पंडा समाज के बीच चर्चा के बाद यह निर्णय होता है। इसके बाद भी चरण स्पर्श पर प्रतिबंध का पालन नहीं किया जाता। नवरात्र शुरू होने से पहले ही चेताया गया था कि नवरात्र भर किसी भी दर्शनार्थी को मां विंध्यवासिनी का चरण स्पर्श नहीं कराया जाएगा। ऐसा पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
श्रीविंध्य पंडा समाज के पांच तीर्थ पुरोहित नवरात्र के समय प्रतिबंध के बाद भी मां विंध्यवासिनी का चरण स्पर्श कराते पकड़े गए थे। विंध्य विकास परिषद के सचिव नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह ने इन पांच तीर्थ पुरोहितों के खिलाफ नोटिस जारी किया। अब ये तीर्थ पुरोहित 14 दिन तक दर्शनार्थियों को दर्शन-पूजन नहीं करा सकेंगे। वहीं विंध्य पंडा समाज के पंकज द्विवेदी ने बताया कि नोटिस की जानकारी नहीं है।