रांची, 06 अप्रैल (हि.स.)। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव भारतीय मनीषियों के ज्ञान-विज्ञान, चिन्तन एवं दर्शन का अमृत, भारतीय वैज्ञानिकों की व्यापक सोच और दृष्टि, उनकी अकूत उपलब्धियों का अमृत, जिन्होंने मानव जाति को सिंचित किया एवं स्वतंत्र भारत को समृद्ध किया। हमें अपनी वैज्ञानिक उपलब्धियों पर गर्व है।
राज्यपाल बुधवार को रांची विश्वविद्यालय एवं विज्ञान भारती, द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर बोल रहे थे। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना, रांची विवि, रांची एवं विज्ञान भारती द्वारा आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आज़ादी का अमृत महोत्सव का अर्थ है, आज़ादी के बाद उपलब्धियों के अमृत का आनन्द। आगामी योजनाओं के संकल्प को पूर्ण करने के जोश एवं जज्बे का अमृत, आज़ादी की ऊर्जा का अमृत, स्वतंत्रता सेनानियों की प्रेरणा का अमृत, आज़ादी का अमृत महोत्सव अर्थात् नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों एवं परिकल्पनाओं का अमृत, आत्मनिर्भरता का अमृत।
राज्यपाल ने कहा कि आजीविका के लिए कृषि की तकनीक को सीखकर मानव ने विज्ञान के साथ सांमजस्य स्थापित कर अपने जीवन को आगे बढ़ाया। हमारे जीवन के हर क्षेत्र में विज्ञान की उपस्थिति दर्ज़ है। उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय वैज्ञानिकों ने अपनी लगन और अथक परिश्रम से जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उन पर हम देशवासियों को गर्व है। देश ने साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई कीर्तिमान स्थापित किए।