नई दिल्ली, 05 अप्रैल (हि.स.)। केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को कहा कि सेमीकंडक्टर विनिर्माण में वैश्विक कंपनियों ने काफी दिलचस्पी दिखाई है। इस कार्यक्रम के तहत बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं। वैष्णव ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। बैठक का विषय ‘सेमीकंडक्टर नीति एवं ईकोसिस्टम’ था।
अश्विनी वैष्णव ने प्रतिभागियों को बताया कि गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसी कई राज्य सरकारें सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र या फैब कॉम्प्लेक्स स्थापित करने के लिए कंपनियों के साथ बातचीत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने 15 दिसंबर, 2021 को 760 बिलियन रुपये के परिव्यय के साथ सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास से जुड़े कार्यक्रम को मंजूरी दी है। सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य सिलिकॉन सेमीकंडक्टर फैब्स, डिस्प्ले फैब्स, कंपाउंड सेमीकंडक्टर्स और सेमीकंडक्टर डिजाइन में लगी कंपनियों व कंसोर्टिया को आकर्षक प्रोत्साहन सहायता प्रदान करना है।
इस बैठक में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर और संचार मंत्रालय में राज्यमंत्री देवुसिंह चौहान भी उपस्थित थे। बैठक में उपस्थित सांसदों में परनीत कौर (लोकसभा), राधा मोहन सिंह, (लोकसभा) और के.आर. सुरेश रेड्डी, (राज्यसभा) प्रमुख थे।