गुवाहाटी, 03 अप्रैल (हि.स.)। कुछ राजनीतिक दल और नेता, कुछ मीडिया और पत्रकारों के एक वर्ग के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में भ्रम फैलाकर लोगों के बीच भय फैला रहे हैं। ये समूह नहीं चाहते कि कोई राष्ट्र एकजुट हो। लेकिन इन तमाम विरोधों के बावजूद संघ 93 साल से लगातार व्यक्ति निर्माण का काम कर रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षा प्रमुख सुनील कुलकर्णी ने यह बातें कहीं।
सुनील कुलकर्णी रविवार को गुवाहाटी के चांदमारी स्थित असम इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट खेल मैदान में ‘वर्ष प्रतिपदा’ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गुवाहाटी महानगर समिति द्वारा आयोजित ‘शंखनाद’ नामक एक समावेश में शामिल हुए। दोपहर ठीक तीन बजे, पूरे गणवेश में तैयार स्वयंसेवक समावेश में हिस्सा लिया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने ध्वज वंदन, घोष वादन, योग, व्यायाम आदि विभिन्न प्रकार के शारीरिक प्रस्तुति का प्रदर्शन किया।
समावेश को संघ के महानगर संघचालक गुरुप्रसाद मेधी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मूल रूप से, वर्ष का शुभारंभ कल था। विभिन्न कारणों से, वर्ष की गतिविधियों को एक विशिष्ट दिन पर आयोजित नहीं किया जा सकता था। हालांकि, वर्ष के महत्व को समझाते हुए, गुरुप्रसाद ने कहा कि यह दिन एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन संसार की रचना हुई थी। गुरुप्रसाद ने बताया कि भारत के ऋषि प्राचीन काल से लेकर आज तक यानी चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन से ही गिनने लगे थे। इसलिए, इस दिन को भारतीय द्वारा और निश्चित रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा वर्ष प्रतिपदा या नए साल के रूप में मनाया जाता है। इस बीच, वर्ष के दिन, संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिन भी है। उन्होंने कहा कि इसलिए इस दिन, स्वयंसेवक भी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आद्य सरसंघचालक को नमन करते हैं।
इस खास समय पर मुख्य अतिथि और संघ के अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षा प्रमुख सुनील कुलकर्णी ने बौद्धिक दिया। उन्होंने कहा कि संघ को लेकर अब भी कुछ लोगों में एलर्जी है। समाज में ऐसे अज्ञानी संघ को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि आश्चर्य होता है कि क्या देश-विदेश में ऐसा कोई संगठन नहीं है, जो टुकड़ों में बंटा हो। लेकिन इसका अपवाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है। आज 97 साल की उम्र तक संघ के छह प्रमुख रहे हैं। लेकिन संघ का बंटवारा नहीं हुआ है, न होगा। यह उन लोगों के लिए एक आश्चर्य और रहस्य है जो इसका विरोध करते हैं। इसलिए वे बातें कहकर लोगों को भ्रमित करते हैं।
उन्होंने कहा कि कभी-कभी कहा जाता है कि संघ के शिक्षा वर्ग में बम बनाए जाते हैं, उन्हें राइफल चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। लेकिन यह सब झूठ है। संघ विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण व्यक्तियों का निर्माण करता है। वे पुण्य व्यक्ति समाज के विभिन्न क्षेत्रों जैसे राजनीति, शिक्षा, प्रशासन, सामाजिक, चिकित्सा आदि में लगे हुए हैं। इसके अलावा कई लोगों ने प्रोपेगेंडा फैलाते हुए कहा कि भाजपा संघ के इशारे पर चलाई गई है। यह भी पूरी तरह से असत्य है।
सुनील कुलकर्णी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विपरीत परिस्थितियों के बावजूद और तीन साल बाद 100 साल का हो जाएगा। कुलकर्णी ने कई तथ्यों और उदाहरणों का हवाला देते हुए बताया कि पिछले 97 वर्षों से संघ किस तरह शाखाओं के माध्यम से वफादारों, देशभक्तों, अच्छे नागरिकों का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि समाज की रक्षा के लिए स्वस्थ शरीर, मजबूत, स्वस्थ मानसिकता, देशभक्ति से प्रेरित युवक की जरूरत है। यह वह संगठन है जो काम कर रहा है।
सुनील कुलकर्णी ने कहा कि संघ किसी भी धर्म, जाति या संस्कृति का विरोध नहीं करता है। लेकिन, बहुत सुनियोजित तरीके से एक वर्ग एक प्रोपेगेंडा फैला रहा है कि संघ मुस्लिम विरोधी, ईसाई विरोधी। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक राज्य के निर्माण में सक्षम लोगों को बनाने के काम में लगा हुआ है। संघ की विचारधारा या प्रथाओं की गलत व्याख्या करने वालों से उन्होंने कहा, ‘चलो संघ से जुड़ते हैं, समझते हैं कि संघ क्या है, फिर जो कहना है, वह कहें। क्योंकि, संघ केवल अनुशासन के माध्यम से देशभक्तों को बनाने, अपनी कला और संस्कृति को बनाए रखने, उचित शिक्षा और दीक्षा के लिए काम करता है। यह शारीरिक, मानसिक विकास को अभिनव ऊर्जा प्रदान करने का काम करता है।
वार्षिक रैली में सम्मानित अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईएएस, विश्व हिंदू परिषद के पूर्वोत्तर कार्यकारी अध्यक्ष परमेश्वर दत्त ने भी प्रासंगिक भाषण दिया।