Fire Incident : राजधानी में 85 जगह मिली आग लगने की सूचना

नई दिल्ली, 28 मार्च (हि.स.)। राजधानी में पारा चढ़ने के साथ ही आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो गया है। बीती रात 12 बजे सोमवार शाम छह बजे तक आग की 85 कॉल दमकल विभाग को मिली। इसमें रंजीत नगर, नारायणा, कोटला मुबारकपुर, दिलशाद गार्डन स्थित एक फैक्टरी एंव गाजीपुर बड़ी घटनाएं रही। उक्त पांच घटनाओं में दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए गये।

आग की घटना- एक

मध्य जिले के रंजीत नगर इलाके में रविवार रात करीब नौ बजे अचानक एक मकान की पहली मंजिल पर जोरदार धमाके साथ आग लग गई। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के मकानों के शीशे टूट गए। लोगों ने जब वहां जाकर देखा तो यह धमाका गैस सिलेंडर में हुआ था। घर में मौजूद दो युवक झुलस गए थे जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दोनों युवक इस घटना में लगभग 60 फीसदी तक झुलस गए हैं। घायलों की पहचान 18 वर्षीय रितेश और 17 वर्षीय अश्वमान के रूप में हुई। प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला है कि रितेश और अश्वमं दोस्त हैं और दोनों इस कमरे में रहते थे। इनके घर में एक सिलेंडर लीक हो रहा था। रात के समय उन्होंने जब किचन में आग जलाने की कोशिश की तो दूसरा सिलेंडर ब्लास्ट हो गया।

आग की घटना संख्या-दो

आग लगने की दूसरी घटना पश्चिमी जिले के नारायणा इलाके की है। यहां एक पेपर गोदाम में आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की 16 गाड़ियां मौके पर पहुंची और पौने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। दमकल विभाग के अनुसार, तड़के तीन बजे दमकल विभाग को सूचना मिली थी कि नारायणा इलाके स्थित एक पेपर गोदाम में आग लग गई है।

आग की घटना संख्या-तीन

आग की तीसरी घटना कोटला मुबारकपुर थाना क्षेत्र के सेवा नगर में सुबह 4:30 बजे की है। बताया जा रहा है कि उक्त आग में कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। बताया जा रहा है कि आग में करीब 15 दुकान जलकर खाक हो गईं, जिनमें जूते चप्पल और पुराने फर्नीचर में आग लगी थी। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की नौ गाड़ियां मौके पर पहुंची और सुबह छह बजे तक आग पर पूरी तरह से काबू पाया।घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। वहीं बताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

आग की घटना संख्या-चार

इसी कड़ी में सोमवार दोपहर गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लग गई। सूचना मितले ही दमकल की आधा दर्जन गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग बढ़ी तो दमकल की और गाड़ियों को मौके पर भेज दिया गया। कूड़े में लगी आग के बाद आसपास की कालोनियों में धुंआ ही धुंआ भर गया। इसकी वजह से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को सांस लेने में खासी दिक्कत होने लगी।

देर शाम तक आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने डीपीसीसी (दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति) से आग लगने की सभी जांच पहलुओं की रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपने के निर्देश दिए हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि गर्मियां आते ही अक्सर कूड़े के पहाड़ में आग लग जाती है, जिससे यहां रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि सोमवार दोपहर 2.37 बजे कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि गाजीपुर लैंडफिल साइट पर कूड़े के पहाड़ में आग लग गई है। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियों को वहां भेजा गया। लैंडफिल साइट पर ऊपर की ओर आग लगी थी। ऐसे में उस तक पहुंचने में दमकल कर्मियों को खासी दिक्कत हुई। बाद में और गाड़ियों को बुला लिया गया।

हालात को देखते हुए नगर निगम का दस्ता जेसीबी मशीन के साथ भी वहां पहुंच गया। सोमवार को चल रही हवा की वजह से आग ने देखते ही देखते लैंडफिल साइट के बड़े हिस्से को अपने कब्जे में ले लिया। एक जगह आग पर काबू पाया जाता तो आग आगे बढ़ जाती। देर शाम तक आग पर काबू करने का प्रयास जारी थी।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 नवंबर में भी लैंडफिल साइट पर आग लग गई थी, जिसकी वजह से लोगों को खासी दिक्कत हुई। इसी तरह भलस्वा लैंडफिल साइट पर भी आग लगती ही रहती है। इसकी वजह से न सिर्फ प्रदूषण होता है बल्कि आसपास के लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है।

आग की घटना संख्या-पांच

दमकल विभाग के अनुसार, आग की पांचवी घटना दिलशाद गार्डन दमोदर पार्क स्थित एक फैक्टरी की है। यहां सोमवार करीब 4.57 बजे आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की एक-एक कर करीब नौ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। खबर लिखे जाने तक आग बुझाने का काम जारी है। फिलहाल पुलिस पांचों घटनाओं में मामला दर्ज कर आग लगने के कारणों की जांच कर रही है।

(मार्च 2022 के आंकड़े 13 मार्च तक)

आग की घटनाएं 2019 2020 2021 2022

जनवरी 2214 2009 1851 1924

फरवरी 1822 2196 1700 1721

मार्च 2251 1638 2573 837

आग लगने की घटनाएं

एक मार्च – 60, दो मार्च – 56, तीन मार्च – 62, चार मार्च – 56, पांच मार्च – 55, छह मार्च – 72, सात मार्च – 69, आठ मार्च- 79, नौ मार्च – 64, 10 मार्च- 69, 11 मार्च – 58 और 12 मार्च – 78।

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