माले, 27 मार्च (हि.स.)। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का मानना है कि मालदीव की ‘इंडिया फर्स्ट’ और भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति से दोनों देशों के संबंध प्रगाढ़ हुए हैं। मालदीव की यात्रा पर पहुंचे जयशंकर ने दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर भी जोर दिया है।
मालदीव के शहर अड्डू में जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात की। इस मुलाकात बाद जयशंकर ने ट्वीट किया कि मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह द्वारा स्वागत किया जाना सम्मान की बात है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मालदीव के राष्ट्रपति को व्यक्तिगत शुभकामनाएं भी दीं। साथ ही दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर भी चर्चा की, जिसने उनके कार्यकाल में कई ठोस परिणाम दिए।
मालदीव के नेशनल कॉलेज ऑफ पुलिस एंड लॉ एनफोर्समेंट (एनसीपीएलई) के उद्घाटन समारोह में जयशंकर ने कहा कि मालदीव की विदेश नीति में सबसे पहले भारत यानी इंडिया फर्स्ट का भाव सहेजा गया है, वहीं भारत ने अपनी विदेश नीति में पड़ोसी पहले का भाव संजो रखा है। दोनों देशों की यह नीति ही भारत और मालदीव के मजबूत संबंधों का आधार है।
इसके अलावा जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एनसीपीएलई मालदीव पुलिस सेवा के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने और अपराध से लड़ने की उनकी क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा। इसी प्रकार अड्डू सड़क परियोजना का भूमि पूजन हमारी विकास साझेदारी पर जोर देता है। उन्होंने अड्डू में सुधार और तट संरक्षण के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए।