मुरादाबाद, 25 मार्च (हि.स.)। विधानपरिषद सदस्य चौधरी भूपेंद्र सिंह ने शुक्रवार को योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। भूपेंद्र सिंह योगी की पिछली सरकार में पहले दो वर्ष तक राज्यमंत्री थे, उसके बाद कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
भूपेंद्र सिंह का जन्म 1966 में मुरादाबाद के थाना छजलैट के गांव महेंद्री सिकंदरपुर में किसान परिवार में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में हुई। फिर मुरादाबाद के आरएन इंटर कॉलेज से उन्होंने इंटरमीडिएट किया। 1989 में वह कृषक उपकारक इंटर कॉलेज के प्रबंधक बने। फिर वह विश्व हिंदू परिषद से जुड़ गए। 1991 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली। उसके बाद लंबे समय तक भाजपा में विभिन्न पदों पर रहे और वर्ष 2017 और वर्ष 2022 में भाजपा नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री की जिम्मेदारी दी गई।
भूपेंद्र सिंह को भाजपा ने 2016 में एमएलसी मनोनीत किया गया। वर्ष 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर भूपेंद्र सिंह को पंचायतीराज राज्यमंत्री का दायित्व सौंपा गया। वर्ष 2019 में सपा संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के खिलाफ संभल लोकसभा से चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में वह मुलायम सिंह से हार गए थे लेकिन उनका कद पार्टी में नहीं घटा।
संगठन के प्रति सच्ची निष्ठा का मिला इनाम: संगठन के प्रति सच्ची निष्ठा और ईमानदारी से काम करने की स्वच्छ छवि ने चौधरी भूपेन्द्र सिंह को आज इस मुकाम पर पहुंचा दिया है। पार्टी के प्रति निष्ठानवान, कर्तव्यों के प्रति ईमानदार और क्षेत्र के प्रति वफादार भूपेन्द्र सिंह को जाट बिरादरी का चेहरा माना जाता है। मिलनसार स्वभाव के साथ ही हर किसी के दुख-दर्द में शामिल होने वाले भूपेन्द्र सिंह का व्यक्तित्व बहुत ही सरल है। मुरादाबाद में जब भी होते हैं उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहता है।
पिता करन सिंह एवं माता शंकुतला देवी ने भूपेंद्र सिंह की प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में कराई। इसके बाद मुरादाबाद के आरएन इंटर कालेज से इन्होंने वर्ष 1982 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 1987 में शादी हुई। भूपेंद्र सिंह ने 1991 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और दो साल बाद ही 1993 में भाजपा के जिला कार्यकारिणी के सदस्य बने। इसके बाद भूपेंद्र सिंह भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, विभाग संयोजक, भाजपा पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय मंत्री व क्षेत्रीय अध्यक्ष से पदों पर काबिज रहे। वर्ष 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उन्हें पंचायतीराज राज्यमंत्री का दायित्व सौंपा। पंचायती राज विभाग में उनके बेहतर एवं श्रेष्ठ कार्य को देखते हुए उन्हें वर्ष 2019 में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया।
भूपेंद्र सिंह को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महात्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन में रिकॉर्ड शौचालय बनवाने का इनाम मिला। वर्ष 2017 में पंचायती राज राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनने के बाद अपने कार्यकाल के दौरान भूपेंद्र चौधरी ने प्रदेश में दो साल में ग्रामीण क्षेत्र में 1.75 करोड़ शौचायल बनवाए।
राजनीतिक सफर: वर्ष 1991 में भाजपा के सदस्य, वर्ष 1993 में भाजपा जिला कार्यकारिणी के सदस्य, वर्ष 1996 में भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष, वर्ष 1998 में जिलाध्यक्ष, वर्ष 2002 में भाजपा के विभाग संयोजक, 2006 एवं 2009 में भाजपा के क्षेत्रीय मंत्री, वर्ष 2012 में क्षेत्रीय अध्यक्ष, वर्ष 2016 में एमएलसी बने, 2017 में उप्र सरकार के पंचायती राज्यमंत्री, वर्ष 2019 में कैबिनेट मंत्री, वर्ष 2022 में पुनः कैबिनेट बने।