Special : शहीद दिवस स्पेशल : भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के जीवन पर आधारित है हिंदी सिनेमा कि ये फिल्में

अपने जीवन को मातृभूमि के लिए न्योछावर करने वाले कई स्वतंत्रता सेनानियों को लेकर बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में बनी हैं, जिनके जरिए उन्हें न ही सिर्फ याद किया जाता है, बल्कि उनके बलिदानों को दर्शकों के सामने रखा गया है। इसी कड़ी में शामिल हैं भारत के उन तीन वीर सपूतों के नाम जिनकी शहादत को हम शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं। ये नाम है वीर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जिनके ऊपर बॉलीवुड में कई फ़िल्में बन चुकी हैं, जो इन वीर सपूतों के साहस और बहादुरी को दर्शाती हैं, बल्कि देशभक्ति के उनके जज्बे को भी सलाम करती हैं। आज हम अपने पाठकों को बता रहें हैं ऐसी ही देशभक्ति की जज्बे से भरी कुछ फिल्मों के बारे में।

शहीद-ए-आजम भगत सिंह (1954)

साल 1954 में आई प्रेम आबिद, जयराज, स्मृति विश्वास और अशिता मजूमदार के अभिनय से सजी बॉलीवुड फिल्म में ‘शहीद-ए-आजम भगत सिंह’ शहीद भगत सिंह पर आधारित फिल्म थी, जिसका निर्देशन जगदीश गौतम ने किया था।

शहीद (1965)

साल 1965 में रिलीज हुई फिल्म शहीद पूरी तरह से शहीद भगत सिंह पर आधारित थी और फिल्म में भगत सिंह का किरदार निभाया था मनोज कुमार ने। फिल्म में मनोज कुमार के अभिनय को हर किसी ने पसंद किया। वहीं इस फिल्म को हिंदी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता।

द लीजेंड ऑफ भगत सिंह (2002)

भगत सिंह के जीवन पर आधारित साल 2002 में आई फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ देश के प्रति भक्ति का एक अनोखा जज्बा जगाती है। भगत सिंह की जिंदगी पर आधारित इस फिल्म में भगत सिंह की भूमिका अभिनेता अजय देवगन ने निभाई थी। उनके साथ सुखदेव थापर की भूमिका में नजर आए सुशांत सिंह और शिवराम राजगुरु की भूमिका डी संतोष ने निभाई । राजकुमार संतोषी के निर्देशन में बनी इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म की श्रेणी में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ था।

शहीद-ए-आजम(2002 )

साल 2002 में ही सोनू सूद अभिनीत फिल्म शहीद-ए-आजम भी रिलीज हुई। फिल्म में सोनू सूद भगत सिंह का किरदार निभाते दिखे तो वहीं मानव विज सुखदेव और देव गिल राजगुरु के रोल में नजर आए।

रंग दे बसंती (2006 )

साल 2006 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘रंग दे बसंती’ वैसे तो यह युवाओं की कहानी थी लेकिन इसमें भगत सिंह की कहानी भी अहम हिस्सा थी, जिसकी भूमिका सिद्धार्थ ने निभाई थी। इस फिल्म में आमिर ख़ान ने भी अहम भूमिका निभाई थी। फिल्म को राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने डायरेक्ट किया था।

इन सब के अलावा 23 मार्च 1931: शहीद, ‘शहीद भगत सिंह ‘ आदि समेत हिंदी सिनेमा में अब तक कई ऐसी फ़िल्में बन चुकी हैं जो भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की वीरता और साहस का बखान करती हैं और हर किसी के अंदर देशभक्ति का संचार करती हैं।

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