गोवा, 17 मार्च (हि.स.)। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2021-22 के खिताबी मुकाबले में 20 मार्च को हैदराबाद एफसी का सामना केरला ब्लास्टर्स एफसी से होगा। हैदराबाद लीग के इतिहास में पहली बार फाइनल में प्रवेश कर लिया है। भले ही हैदराबाद बुधवार को आईएसएल के दूसरे सेमीफाइनल के दूसरे चरण में 0-1 से एटीके मोहन बगान के हाथों हार गई। लेकिन हैदराबाद एग्रीगेड गोल्स के आधार पर 3-2 से फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही क्योंकि उसने दो चरणों वाले सेमीफाइनल के पहले मैच में बगान को 3-1 से हराया था और यही स्कोर दोनों टीमों के बीच निर्णायक साबित हुआ।
बैम्बोलिन स्थित जीएमसी एथलेटिक स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में स्पेनिश कोच हुआन फेर्रांडो ने लगातार हमलें बोलने की रणनीति के साथ ग्रीन एंड मरून ब्रिगेड को उतारा। पहले हाफ में गोल नहीं होते देखते हुए उन्होंने अपने सभी डिफेंसिव खिलाड़ियों सेंटर-बैक संदेश झिंगन और डिफेंसिव मिडफील्डर कार्ल मैग्यू को हटा करके आक्रामक खिलाड़ियों को मैदान पर जरूर उतारा। लेकिन उनके तमाम मंसूबों के सामने गोलकीपर लक्ष्मीकांत कट्टीमनी अडिग दीवार बनकर सामने आए गए। हैदराबाद के गोलची ने बगान के ज्यादातर हमलों का सफलतापूर्वक बचाव किया और इस कारण उन्हें हीरो ऑफ द मैच अवार्ड से नवाजा गया।
मैच का एकमात्र 79वें मिनट में आया, जब फिजियन स्ट्राइकर रॉय कृष्णा ने गातिरोध तोड़ते हुए मोहन बगान को 1-0 से आगे कर दिया। बाएं छोर से बने तेज-तर्रार हमले में विंगर लिस्टन कोलासो हाफ-लाइन से अपनी तेज गति के साथ गेंद लेकर डी-बॉक्स में घुसे और फिर उन्होंने क्रॉस डाला, जिसे भारतीय मूल के स्ट्राइकर ने सेकेंड पोस्ट की तरफ दौड़ लगाते हुए दाहिने पैर से गोलजाल की दिशा दिखा दी और इस बार गोलकीपर लक्ष्मीकांत कट्टीमनी के पास बचाव को कोई अवसर नहीं था।