वाशिंगटन, 13 मार्च (हि.स.)। अमेरिका की एंटी टैंक जेवलिन मिसाइलें यूक्रेन की राजधानी कीव को घेरे रूसी टैंकों के खिलाफ ब्रह्मास्त्र साबित हो रही हैं। इन मिसाइलों की अभेद्य मारक क्षमताओं को देखते हुए रूस ने हवाई आक्रमण की नीति अपनाते हुए यूक्रेन के शहरों पर बमबारी तेज कर दी है।
जेवलिन एंटी टैंक मिसाइलों का डिजाइन इस तरह तैयार किया गया है कि कम्प्यूटर चालित इस मिसाइल के अग्रभाग में ऐसा विस्फोटक लगा होता है, जो दुश्मन के संभलने से पहले टैंक पर धातु के बने प्रतिक्रियात्मक कवच को भेदते हुए टैंक को नष्ट कर देता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पैंटागन को बीस करोड़ डॉलर के सैन्य साजो-सामान में ढेरों जेवलिन मिसाइलें भेजने के निर्देश दिए हैं। एक जेवलिन मिसाइल की क़ीमत 80 हज़ार से दो लाख डॉलर बताई जाती है।
वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार इस जेवलिन मिसाइल को एक सैनिक किसी मकान की खिड़की से अथवा किसी मचान पर चढ़कर अपने कंधे पर रखकर चला सकता है। कम्प्यूटर चालित इस मिसाइल की एक विशेषता यह है
कि इसमें लगे सेंसर दुश्मन के टैंक की ताप को भाँपते हुए दुश्मन के संभलने से पहले ही क्षणों में नष्ट कर देते हैं। इसकी मार ढाई मील तक है और अभी तक इस जेवलिन एंटी टैंक मिसाइल से यूक्रेन को रूस के 35 टैंक और 1100 सशस्त्र सैनिकों को मार गिराने में सफलता मिल चुकी है।
अमेरिका और यूरोपीय देशों के कमांडर जनरल टाड वाल्टर्स ने दावा किया कि सड़क मार्ग से आधुनिक टैंकों पर सवार रूसी सेना इन जेवलिन टैंकों से पस्त हो चुकी हैं और वह दो सप्ताह के युद्ध में आज भी कीव से 15 मील दूर है।
अमेरिका ने यूक्रेन के सैनिकों को जेवलिन मिसाइल को चलाने की ट्रेनिंग दी थी। बता दें, अमेरिका और पश्चिमी नाटो देशों ने विश्वयुद्ध से बचने के लिए यूक्रेन को लड़ाकू विमान देने से इनकार कर दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ने अमेरिका और पश्चिमी देशों से लड़ाकू विमान दिए जाने का आग्रह किया है।
उधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने धमकी दी है कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को हथियार दिए तो वह उस भंडारण स्थल को ही निशाना बनाने में नहीं चूकेगी।