कीव, 11 मार्च (हि.स.)। रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के पंद्रहवें दिन गुरुवार को दोनों देशों के तेवर कुछ नरम पड़े हैं। यूक्रेन जहां नाटो की सदस्यता की जिद से पीछे हटा है, वहीं रूस ने कहा है कि वह यूक्रेन की मौजूदा सरकार को गिराना नहीं चाहता बल्कि इस देश को वह तटस्थ बनाना चाहता है। इस बीच, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय युद्ध अपराध की जांच का आह्वान किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यूक्रेन में रूसी संपत्ति को जब्त करने वाले कानून पर हस्ताक्षर कर दिया है। जिसके तहत यूक्रेन रूसी संघ या इसके नागरिकों की संपत्तियों को बिना मुआवजे दिए संपत्ति जब्त करने का अधिकार देता है। संसद ने इस कानून को तीन मार्च को पारित कर दिया था। यूक्रेन के मीडिया संस्थान कीव इंडिपेंडेंट ने यह जानकारी दी है।
अमेरिका ने यूक्रेन की मदद के लिए बढाए हाथ
अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से प्रभावित निर्दोष नागरिकों का समर्थन करने के लिए यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) के माध्यम से अमेरिका सरकार से नई मानवीय सहायता में लगभग 53 मिलियन डॉलर की घोषणा की।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन के साथ बात की। इसके बाद ट्वीट किया कि हमने मॉस्को को उसकी आक्रामकता के लिए जवाबदेह ठहराने के लिए निरंतर अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के महत्व पर चर्चा की।
दो दिनों में सुमी, कीव से 80,000 नागरिकों को निकाला
द कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेनी मंत्री इरीना वीरेशचुक के हवाले से कहा कि दो दिनों में सुमी और कीव से 80,000 नागरिकों को निकाला गया है। इस बीच विस्फोटों का सिलसिला जारी रहा।
मास्को ने कभी युद्ध नहीं चाहा
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एक स्थानीय समाचार एजेंसी के हवाले से कहा कि मास्को ने कभी युद्ध नहीं चाहा और मौजूदा संघर्ष को समाप्त करना चाहता है।