नई दिल्ली, 08 मार्च (हि.स.)।औषधीय पौधों से संबंधित कृषि-प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान एवं विकास करने के मकसद से आयुष मंत्रालय, औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा हस्ताक्षर किए गए। मंगलवार को इस समझौता ज्ञापन पर आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, डॉ. त्रिलोचन महापात्र, महानिदेशक, आईसीएआर और सचिव, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग और डॉ. शेखर सी. मंडे, महानिदेशक, सीएसआईआर और सचिव, डीएसआईआर ने हस्ताक्षर किए।
आयुष मंत्रालय के मुताबिक इससे पहले भी इन पक्षों का एक-दूसरे के साथ द्विपक्षीय सहयोग था। आत्मनिर्भर भारत से संबंधित राष्ट्रीय आकांक्षाएं परिभाषित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए बहु-पक्षीय हितधारक सहयोग की आवश्यकता को आकर्षित करती है। भारत अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के व्यापक इतिहास के साथ स्वास्थ्य, कल्याण, कृषि और भोजन सहित कई अन्य क्षेत्रों में मूल्यवान वैज्ञानिक विरासत से संपन्न रहा है। यह समृद्ध विरासत न केवल समकालीन समय में प्रासंगिक रही है, बल्कि यह आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ सहयोग और एकीकरण के तरीके से भविष्य की जरूरतों को भी अच्छी तरह पूरा करेगी।