-वियतनाम, चीन व घाना के तीन हजार नागरिकों को भी जबरन रोकने का आरोप
-विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने किया ग्यारह हजार भारतीयों की वापसी का दावा
मास्को, 5 मार्च (हि.स.)। यूक्रेन पर रूस के हमले में भारतीय नागरिकों को भी मोहरा बनाया जा रहा है। रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने 3700 से अधिक भारतीय नागरिकों सहित दुनिया के कई देशों के लगभग सात हजार नागरिकों को जबरन बंधक बना रखा है।
संयुक्त राष्ट्र संघ में रूसी स्थायी प्रतिनिधि वासिली नेबेंजिया नेकहा कि रूस की सेना विदेशी नागरिकों की शांतिपूर्ण निकासी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, किन्तु यूक्रेन द्वारा जबरन रोके जाने के कारण उनकी निकासी कठिन हो रही है। नेबेंजिया ने कहा कि यूक्रेन में कट्टरपंथियों और चरमपंथियों को पश्चिमी देशों का संरक्षण हासिल है। यूक्रेनी राष्ट्रवादियों द्वारा जबरन बंधक बनाए जा रहे विदेशी नागरिकों की संख्या चौंकाने वाली है। खारकीव में भारत के 3,189 नागरिक, वियतनाम के 2,700 नागरिक, चीन के 202 नागरिक बंधक बनाए गए हैं। इनके अलावा सूमी में 576 भारतीय नागरिक, 101 घाना के नागरिक और 121 चीनी नागरिक भी जबरन रोक रखे गए हैं। नेबेंजिया ने कहा कि रूसी सेना विदेशी नागरिकों की शांतिपूर्ण निकासी सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ कर रही है। विभिन्न चौकियों पर 130 आरामदायक बसें भारतीय छात्रों और अन्य विदेशी नागरिकों को बचाने के लिए खारकीव और सुमी के लिए रवाना होने को तैयार हैं। इस बीच केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने ट्वीट कर कहा कि यूक्रेन से अब तक 11,000 भारतीयों को निकाला गया है। भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर जानकारी दी कि ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत पिछले 24 घंटों में वायु सेना के तीन विमान पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया से 629 भारतीय नागरिकों के साथ हिंडन एयरबेस पर लौट आए हैं। साथ ही इन विमानों ने 16.5 टन राहत सामग्री पीड़ित मुल्क तक पहुंचाई।