नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.)। यूक्रेन में जारी युद्ध के कारण वहां फंसे भारतीय नागरिक और छात्रों को वापस लाने के लिए चल रहे आपरेशन गंगा के तहत 48 उड़ानों के जरिए अब तक 10,348 लोग स्वदेश आ चुके हैं। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हमारी पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौटे हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत 48 उड़ानें अब तक यूक्रेन से लगभग 10,348 भारतीयों को लेकर भारत पहुंचीं हैं। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटों में 16 और उड़ानें तय हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि अगले 24 घंटों में 16 फ्लाइट भारत पहुंचने के बाद लगभग ऐसे सभी भारतीय स्वदेश पहुंच जाएंगे जो यूक्रेन बॉर्डर पार करके पड़ोसी देशों में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अभी भी यूक्रेन में हैं। विदेश मंत्रालय आगे भी लगातार उड़ानों का संचालन करता रहेगा।
बागची ने बताया कि तकरीबन 900 से 1000 छात्र पिसोचीन में हैं। खार्किव में करीब 300 और सुमी में 700 से अधिक छात्र अब भी फंसे हैं। केंद्र सरकार उन्हें निकालने के लिए सारे विकल्पों पर विचार कर रही हैं, जिनमें स्थानीय युद्ध विराम भी शामिल है।
भारतीय छात्रों के लिए रूस की ओर से बसों की व्यवस्था किये जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमने भी ऐसा सुना है लेकिन वे कई किमी दूर हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्थानीय युद्ध विराम की बात कर रही है ताकि बच्चों को सुरक्षित निकलने का अवसर मिल सके।