नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.)। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को डीएमआरसी ने स्टेशन पर मौजूद मेट्रो नेटवर्क के साथ जोड़ दिया है। इसके लिए 242 मीटर लंबा ‘स्काई वॉक’ बनाया गया है जिसे शनिवार सुबह 10 बजे से जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा। इस ‘स्काई वॉक’ के शुरू होने से रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन आपस में जुड़ जाएंगे। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से जहां एक तरफ येलो लाइन को कनेक्ट किया गया है तो वहीं दूसरी तरफ एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन भी इससे जुड़ गई है।
डीएमआरसी के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल ने शुक्रवार को बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ एक फुट ओवर ब्रिज बनाया गया था। इसके जरिए अजमेरी गेट पर रेलवे स्टेशन को नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन एवं भवभूति मार्ग पर बने मल्टीलेवल पार्किंग से जोड़ा गया था। इसके लिए कई एंट्री और एग्जिट प्वाइंट बनाए गए थे। इसका आगे विस्तार किया गया है।
अब यह स्काई वॉक 242 मीटर लंबा बनाया गया है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन को आपस में यह कनेक्ट करेगा। अजमेरी गेट पर इस स्काई वॉक के बनने से ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। इस स्काई वॉक पर एस्केलेटर लगाए गए हैं और सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
कोरोना के दौरान इस स्काई वॉक बनाना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन डीएमआरसी ने इसे पूरा किया है। डीएमआरसी के अनुसार स्काई वॉक का यह ढांचा अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन से तीन मीटर ऊपर बनाना था जहां पर ट्रैफिक का काफी मूवमेंट रहता है। इस ब्रिज को पहले से बनी हुई बिल्डिंग के साथ जोड़ना था। इसे बनाते समय इस बात का खास ख्याल रखा गया कि यहां पर यात्रियों को असुविधा ना हो। इसके साथ ही यहां आस-पास की बिल्डिंग को भी नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।
इस स्काईवॉक की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार होंगी:
-स्काईवॉक 242 मीटर लंबा है।
-यह समर्पित स्काईवॉक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सबसे व्यस्त केंद्रों में से एक और येलो लाइन और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नई दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए बहुत लाभकारी होगा।
-निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के अलावा, स्काईवॉक रेलवे स्टेशन के अजमेरी गेट की ओर यातायात प्रवाह को सुव्यवस्थित करने में भी मदद करेगा।
-स्काईवॉक में एस्केलेटर के साथ-साथ सीसीटीवी निगरानी कैमरे आदि जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
-महत्वपूर्ण ट्रैफिक वाले हब में इस अनोखे स्काईवॉक का निर्माण, कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न व्यवधानों सहित एक प्रमुख इंजीनियरिंग चुनौती थी।
-संरचना को भवभूति मार्ग पर प्रमुख यातायात आवाजाही के साथ सिर्फ तीन मीटर नीचे एक कार्यात्मक भूमिगत मेट्रो स्टेशन के ऊपर बनाया जाना था। इसके अलावा, पुल को दो पूर्व-मौजूदा भवन संरचनाओं से दूर-दूर तक जोड़ा जाना था, जिससे लोगों, बुनियादी ढांचे और आसपास के अन्य भवनों को न्यूनतम असुविधा हो।