रायपुर, 2 मार्च (हि.स.)। यूक्रेन संकट के दौरान 27 फरवरी से 2 मार्च को शाम 5 बजे तक छत्तीसगढ़ के 39 छात्र-छात्राओं की वापसी हो चुकी है। यह जानकारी छत्तीसगढ़ के नागरिकों की सहायता के लिए नई दिल्ली में बनाए गए सहायता केन्द्र से मिली है।
बताया गया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर इन छात्र-छात्राओं को वाहन, ठहरने, भोजन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी। इसके साथ ही इन छात्र-छात्राओं को अपने गृह नगर जाने के लिए एयर टिकट कराकर उनके परिजनों को सकुशल सौंपा जा चुका है। बस्तर जिले के पोटानार की रहने वाली शालिनी शिवहरे मंगलवार की शाम बस्तर लौट आई है। यूक्रेन में मेडिकल की सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही छात्रा शालिनी ने बताया कि अभी भी बस्तर के कई छात्र यूक्रेन में फंसे हैं, जो अपनी जिंदगी बचाने की जंग लड़ रहे हैं। यूक्रेन के हालात के बारे में छात्रा ने बताया कि हर समय डर रहता था कि आसमान से न जाने कब आफत गिर जाए। बॉर्डर इलाके में भी मुश्किलें बढ़ रही है। भारतीय छात्र बंकरों में बैठकर अपनी जान बचाने को मजबूर हैं।
नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन के संयुक्त आवासीय आयुक्त संजय अवस्थी के अनुसार नई दिल्ली में बनाये गए इस सहायता केन्द्र से निरंतर दूरभाष पर यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के 134 छात्र-छात्राओं तथा उनके परिजनों से सतत् संपर्क बना हुआ है।