नई दिल्ली, 01 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मणिपुर के संतुलित विकास को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुये कहा कि आने वाले समय में हम मणिपुर के लिए 100 करोड़ का स्टार्टअप फंड बनाएंगे। डबल इंजन सरकार अपने अगले कार्यकाल में यहां एम्स की स्थापना करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मणिपुर विधानसभा के दूसरे चरण के लिये एक जनसभा को संबोधित करते हुये कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का फोकस मणिपुर के विकास पर नहीं बल्कि राज्य को लूटने पर था। कांग्रेस पर पूर्वोत्तर के लोगों को पहाड़ी और घाटी के नाम पर बांटने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुये कहा कि दशकों तक जिन्होंने मणिपुर को अशांति दी, लोग उन्हें दोबारा मौका नहीं देंगे।
प्रधानमंत्री ने पहले चरण के मतदान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि पहले दौर के चुनाव के बाद लोगों ने यह सुनिश्चित किया है कि पूर्वोत्तर में विकास जारी रहेगा। मणिपुरी उन लोगों को मौका नहीं दे रहा है जिन्होंने मणिपुर को कई दशकों तक अस्थिर रखा। राज्य हमें वापस लाने के लिए तैयार है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुये कहा कि 5 मार्च को दूसरे चरण में भी भाजपा और उसके सहयोगियों की पूर्ण बहुमत की सरकार के लिए वोट पड़ने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से मणिपुर की शांति, विकास और मणिपुर के भविष्य के लिए मतदान की अपील की।
उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर हमेशा से भारत की एकता और अखंडता का प्रतिनिधित्व करता रहा है। यहां के लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपना बलिदान दिया था। लेकिन कांग्रेस ने मणिपुर के इस इतिहास को, इन बलिदानों को और नेताजी को कभी सच्चे मन से श्रद्धाजंलि तक नहीं दी।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुये कहा कि उसने मणिपुर का विकास नहीं किया, बल्कि राज्य को शांति और खुशहाली से दूर रखा और अलगाववाद को बढ़ाया। हिल और वैली के नाम पर लोगों को बांटने के षड्यंत्र रचे। इन लोगों से मणिपुर के लोगों को हमेशा सावधान रहना है। उन्होंने कहा कि हम सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास की नीति पर चल रहे हैं। भाजपा सरकार ‘गो टू हिल्स, गो टू विलेज’ जैसी कई जोड़ने वाले अभियान चला रही है जिससे उनके षड़यंत्र टूट रहे हैं। इससे कांग्रेस भी ध्वस्त हो रही है। हमारे लिए मणिपुर और पूर्वोत्तर भारत की एकता का केंद्र है।
कांग्रेस का फोकस मणिपुर को लूटने पर ज्यादा था न कि इसे विकसित करने पर। ये लोग राज्य को लूटने में इतने मशगूल थे कि उन्होंने क्षेत्र के लोगों की वास्तविक समस्याओं को कभी नहीं सुना। उन्होंने कहा कि मोइरांग का संग्रहालय बनाने में भी इन लोगों ने भ्रष्टाचार किया था। इनके इन पापों का हिसाब हमें वोट की ताकत से करना है। मणिपुर को रोकने के ये जो सपनें देख रहे हैं। उन्हें जवाब देकर विकास की इस यात्रा को नई ताकत देनी है।
मणिपुर के संतुलित विकास को भाजपा की प्राथमिकता बताते हुये मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री भी अब ज्यादा से ज्यादा पूर्वोत्तर में आते हैं। मैं खुद पूर्वोत्तर के विकास कार्यों की निरंतर समीक्षा करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये समय आत्मनिर्भर भारत और भारत के अमृतकाल का समय है। देश ये लक्ष्य तभी हासिल करेगा, जब हर राज्य एक साथ आगे बढ़े। ये दशक मणिपुर के विकास और प्रगति का दशक है और मणिपुर इस दिशा में आज तेजी से आगे बढ़ रहा है।
पूर्वोत्तर को रेल मार्ग से जोड़ने की दिशा में उठाये गये कदमों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से मणिपुर अपनी पहली ट्रेन का इंतजार कर रहा था। इसे भारत के रेलवे नेटवर्क से जोड़ने वाली भाजपा सरकार के तहत अपनी पहली ट्रेन मिली। लेआउट और कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाते हुए नई रेलवे लाइनें भी बनाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि मणिपुर की पहचान अब स्किल, स्टार्टअप और स्पोर्ट्स से हो रही है। स्टार्ट-अप मणिपुर अच्छे परिणाम दिखा रहा है। राज्य सरकार ने 5,500 से अधिक स्टार्टअप को सहायता प्रदान की है। भविष्य में, हमारी सरकार 100 करोड़ रुपये का स्टार्ट-अप फंड भी बनाने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर ने देश को मीराबाई चानू और एमसी मैरी कॉम जैसे खिलाड़ी दिए हैं। इस क्षेत्र में खेल को और विकसित करने के लिए, हम मणिपुर में एक खेल विश्वविद्यालय विकसित कर रहे हैं।