काबुल, 31 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद और लगातार हो रही झड़पों के बीच पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद यूसुफ के अफगानिस्तान दौरे ने उम्मीद की किरण जगाई है। दो दिवसीय दौरे के समापन के बाद जारी बयान में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी सीमा विवाद सुलझाने पर सहमति बनने की बात कही गई है। इसके लिए एक उच्च अधिकार प्राप्त समिति (हाई पावर कमेटी) बनाने का फैसला लिया गया है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद का ही परिणाम था कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ को 18 जनवरी को प्रस्तावित अफगानिस्तान दौरा स्थगित करना पड़ा था। उस समय अफगानिस्तान में जोरदार पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शनों और सीमा पर दोनों ओर से गोलाबारी जैसी स्थितियों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया था। शनिवार को स्थितियां थोड़ी सामान्य होने पर मोईद यूसुफ दो दिवसीय दौरे पर काबुल पहुंचे।
दौरे के समापन के बाद ट्वीट कर यूसुफ ने इसे अच्छा दौरा करार दिया है। उन्होंने लिखा कि इस दौरे में उन्होंने अफगानिस्तान के साथ लगातार सहयोग बनाए रखने के पाकिस्तानी संकल्प को दोहराया है। तय हुआ है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद को हल करने के लिए एक उच्च स्तरीय हाई पावर कमेटी का गठन होगा। दोनों पक्ष सीमा (बॉर्डर क्रॉसिंग प्वाइंट) पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर के समन्वय तंत्र की स्थापना पर सहमत हुए हैं। दोनों पक्षों ने मध्य एशिया दक्षिण एशिया विद्युत पारेषण और व्यापार परियोजना, तुर्कमेनिस्तान-अफगानिस्तान-पाकिस्तान-भारत गैस पाइप लाइन योजना और ट्रांस-अफगान रेल परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए भी अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।