अगरतला, 28 जनवरी । अपने ही पार्टी के पंचायत सदस्यों के अबिश्वास प्रस्ताब के कारण गाव की मुखिया को अपना पद गंवाना पड़ा है। नया मुखिया चुनने की प्रक्रिया को लेकर भुतपुर्ब मुखिया के समर्थको ने पंचायत कार्यालय में ताला लगा दिया। ये खबर सुनकर पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दौड़ पड़ी। इसके अलावा सिपाहीजला जिला उत्तर के भाजपा उपाध्यक्ष व अन्य शीर्ष नेता भी दौड़ पड़ी। उनके साथ पूर्व मुखिया के तीखे झगड़े से स्थिति गर्म हो गई। आखिरकार पुलिस के हस्तक्षेप से उन्होंने पंचायत कार्यालय का ताला खोल दिया। वहीं, नए मुखिया पद के लिए चुनाव प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
पार्टी के सदस्यों ने भाजपा शासित बिशालगढ़ आरडी ब्लॉक के तहत चंद्रनगर ग्राम पंचायत मुखिया सबिता रॉय सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। उन पर बिजली के पंखे चुराने और सड़क निर्माण के लिए पैसे के गबन का आरोप है। उस आरोप के आधार पर पंचायत सचिव ने अविश्वास प्रस्ताब के चलते आरोपी मुखिया को बर्खास्त करने का आदेश जारी किया। साथ ही नए मुखिया के साथ चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। इससे पूर्ब मुखिया के समर्थको में काफी आक्रोश देखने को मिला।
आज प्रिया भौमिक को पंचायत का नया मुखिया चुना जाना था। खबर सुनते ही पूर्व मुखिया के समर्थक पंचायत कार्यालय के बाहर जमा हो गए और सचिव व अन्य कर्मचारियों को अंदर ही छोड़कर कार्यालय का गेट बंद कर दिया। पूर्व मुखिया सबिता रॉय सरकार ने उन्हें चोरी के झूठे आरोप में हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। यदि चोरी का साक्ष्य है तो उसे लिखित रूप में देना चाहिए, उन्होंने कहा। उसके बाद ही पंचायत कार्यालय का ताला खुलेगा, उन्होंने चेताबनी दी।
खबर मिलते ही भाजपा सिपाहीजला जिला उत्तर के उपाध्यक्ष और विशालगढ़ मंडल के प्रभारी अमल देबनाथ सहित शीर्ष नेता मौके पर पहुंचे। पंचायत कार्यालय का ताला खोलने को लेकर पूर्व मुखिया और भाजपा नेतृत्व के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। स्थिति और गंभीर होती जा रही है सुनकर बिशालगढ़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई है।
पुलिस के हस्तक्षेप से पंचायत कार्यालय के सचिव सहित स्टाफ को मुक्त कर दिया गया। पुलिस ने नए मुखिया के चुनाव की प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए बंदोबस्त कर दिया है। पता चला है कि पंचायत के बाकी सदस्यों और स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर प्रिया भौमिक को चंद्रनगर ग्राम पंचायत का नया मुखिया चुना गया। हालांकि, इस बात पर विवाद है कि क्या जिला स्तर के नेता चंद्रनगर पंचायत में सत्ताधारी दल में झड़प से हुए नुकसान को नियंत्रित करने में सफल होंगे।