भारतीय कुश्ती के उदय और रहस्य को दर्शाती डिस्कवरी प्लस की नई डॉक्यूमेंट्री ‘दंगल्स ऑफ क्राइम’

मुंबई, 28 जनवरी (हि.स.)। भारत का पहला एग्रेगेटेड रियल लाइफ स्ट्रीमिंग ऐप, डिस्कवरी प्लस ने आज एक इन्फोर्मटिव (सूचनात्मक) और इनवेस्टिगेटिव सीरीज, ‘दंगल्स ऑफ क्राइम- द अनटोल्ड ट्रुथ अबाउट इंडियन रेसलिंग’ लॉन्च की है। डिस्कवरी प्लस पर एक्सक्लूजिवली स्ट्रीम की जाने वाली यह डॉक्यू सीरीज दर्शकों और प्रशंसकों को न केवल भारत में ओलंपिक के खेल कुश्ती के उदय की यात्रा का ज्ञात कराएगी, बल्कि इस बात की गहराई से खोज करेगी कि कैसे अपराध का इस खेल के साथ सम्बन्ध जुड़ जाता है। पूर्व पहलवानों और कोचों, प्रख्यात खेल पत्रकारों के साथ-साथ कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने अपने अनुभवों, अंतर्दृष्टि और इस खेल से जुड़े स्मरणों के साथ इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दो-भाग वाली ‘दंगल्स ऑफ क्राइम’ सीरीज खेल, अपराध और इतिहास शैली के दर्शकों के लिए एक रोमांचकारी डॉक्यू सीरीज है।

ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भारत द्वारा अब तक जीते गए पदकों के मामले में सबसे सफल व्यक्तिगत खेल (सात पदक), कुश्ती की लोकप्रियता एक चरम पर पहुंच गई थी जब प्रतिष्ठित पहलवान सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त दोनों ने मिला कर लगातार दो ओलम्पिक खेलों (बीजिंग 2008 और लंदन 2012) में तीन पदक जीते थे। वाइस स्टूडियो प्रोडक्शन द्वारा निर्मित और पुरस्कार विजेता निर्देशक नियांथा शेखर द्वारा निर्देशित डॉक्यूमेंट्री ने पहलवानों की सफलता यात्रा को दर्शाया है एवं एक सफल पहलवान बनने के पीछे अनेकों ज़रूरी पहलुओं जैसे अखाड़ा संस्कृति, सख्त अनुशासन और अद्वितीय निष्ठा पर भी प्रकाश डाला है । यह डॉक्यू सीरीज ने दो बहुत ही महत्वपूर्ण पहलुओं पे चर्चा की है जो यह दर्शाता है कि कैसे एक तरफ कुश्ती के खेल ने भारत के लिए खेलों में सम्मान लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है वहीँ दूसरी ओर इस खेल से जुड़े कुछ ऐसे अँधेरे पलों की भी गवाह रही है जो इस खेल की शानदार यात्रा एवं एथलीटों के गौरव पर प्रश्न चिन्ह लगाने का काम करते हैं।

मेघा टाटा (डिस्कवरी, इंक, की दक्षिण एशिया की प्रबंध निदेशक) ने कहा, “सबसे सम्मोहक कहानियों को वितरित करने के हमारे ब्रांड वादे का पालन करते हुए, हम इस नई दिलचस्प इनवेस्टिगेटिव डॉक्यू सीरीज के प्रीमियर को लेकर काफी ज़्यादा अपेक्षित हैं । ‘दंगल्स ऑफ क्राइम’, कुश्ती के क्षेत्र में गहराई से जानकारी प्रदान करती है, एक ऐसा खेल है जिसने भारत के कुछ महानतम घरेलू चैंपियनों का मंथन किया है। खेल पर सबसे अधिक जानकारीपूर्ण तरीके से प्रकाश डालते हुए, डिस्कवरी ऑरिजिनल्स एक पहलवान के बनने के सभी पहलुओं के साथ साथ वर्तमान की वास्तविकताओं और अपराध की विच्छेदना करती है। निश्चित रूप से यह हमारे दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगी । डॉक्यूमेंट्री न केवल डिस्कवरी पर लगातार बढ़ते कंटेंट के लिए मूल्य जोड़ती है, बल्कि विषय-क्षेत्र-संबंधी कंटेंट को हमारे प्लेटफार्म पर भी जोड़ती है। निश्चित रूप से इससे देखना मनोरंजक होगा।”

सतबीर सिंह, वीरेंद्र कुमार, अनिल मान और रामफल मान उन पूर्व प्रतिष्ठित कोचों और पहलवानों में से हैं जिनके विचार इसमें शामिल हैं । सीरीज कहानी में गहराई तक जाती है जो न केवल विषय क्षेत्र सम्बन्धी रही है बल्कि सभी दर्शकों एवं डिस्कवरी के उत्साही फॉलोवर्स के लिए विभिन्न दृष्टिकोणों,अंतर्दृष्टि और खुलासे के बारे में कहानी बताती है।

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