मथुरा, 27 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को प्रभावी मतदाता संवाद और पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान सपा, बसपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में आजम खान और बाहुबली मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसा गया तो सीधे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पेट में दर्द होने लगा। सपा के नेता के घर से नोट निकले तो भी अखिलेश को परेशानी होने लगी।
मथुरा के गोवर्धन रोड स्थित श्रीजी बाबा विद्या आश्रम में आयोजित बैठक में अमित शाह ने मोदी-योगी सरकार के विकास कार्यों का विस्तार से जिक्र करते हुए सपा-बसपा और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने लंबे कालखंड तक सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों को देखा है। इनके कार्यकाल में कभी भी प्रदेश के सम्पूर्ण विकास का सपना तक नहीं देखा गया। मोदी और योगी के आने के बाद यहां विकास हुआ। उन्होंने लोगों से पूछा कि जातिवाद, परिवारवाद क्या राजनीति में होना चाहिए? सर्व समाज को किनारे कर जाति विशेष का ध्येय लेकर आगे बढ़ना ठीक है क्या?
अखिलेश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा पर भ्रष्टचार का कोई आरोप नहीं है। अखिलेश बाबू के नेता के घर नोट निकलते हैं। बाहुबली परेशान करते थे, बहन-बेटियों का अपमान होता था। बाहुबली गले में पट्टी लगाकर सरेंडर कर रहे हैं और जब इन पर गाज गिरती है तो अखिलेश के पेट में दर्द होता है। मुख्तार अंसारी और आजम खान को पकड़ने पर दर्द हुआ। शाह ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि आप बिजली नहीं दे पाए, मुफ्त क्या देंगे। प्रधानमंत्री श्रम योजना में गरीबों को अनुदान दिया गया। मोदी-योगी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया। अखिलेश गरीबों की बात करते हैं लेकिन घर नहीं दे पाए थे, भाजपा सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना से लोगों को घर दिए। अखिलेश-शिवपाल की जोड़ी सुन ले, पैसे अब सीधे बैंक खाते में जाते हैं कोई बिचौलिया नहीं हैं। पांच लाख की स्वास्थ्य की सुविधाएं दी हैं। एक लाख 48 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया है। बुआ और भतीजे के राज में गन्ना मिलें आधी बंद हो गईं। प्रधानमंत्री मोदी ने गन्ना किसानों को मजबूत किया। लॉकडाउन में भी मिलें बंद नहीं हुईं।
गृहमंत्री शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि इस चुनाव को सिर्फ विधायक का चुनाव मत समझिए, किसी के मंत्री और मुख्यमंत्री बनने का चुनाव मत समझिए, उत्तर प्रदेश का चुनाव भारत के भाग्य का निर्णय करने वाला चुनाव है। नरेन्द्र मोदी भी उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री बने। उत्तर प्रदेश ने 2014 में मोदीजी की झोली वोटों से भर दी थी। देश-प्रदेश में जो परिवर्तन आया है, इसका श्रेय उत्तर प्रदेश की जनता को जाता है। शाह ने कहा कि वे यहां चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों को जिताने की अपील करने आए हैं। उन्होंने कहा कि मथुरा, वृंदावन और गोवर्धन देशभर के लोगों के लिए श्रद्धा का केंद्र हैं। कान्हा को श्रीकृष्ण बनाने वाला यही क्षेत्र है। अत्याचारी कंस का वध भी यहीं हुआ। सारे असुरों का संहार कर धर्म की स्थापना की गई। उन्होंने कहा कि मथुरा आने वाले समय में वैश्विक पर्यटन स्थल बनेगा। ये प्रयास किए जा रहे हैं। बांकेबिहारी मंदिर की गलियों का विकास कराया। शुद्ध पीने का पानी भाजपा ने दिया। रामायण सर्किट, महाभारत, शक्ति पीठ सहित कई सर्किट शुरू कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया गया।
तय कार्यक्रम से करीब 45 मिनट के विलंब से अमित शाह का हेलिकॉप्टर पानीगांव रोड स्थित पवनहंस हैलीपैड पर उतरा। यहां से उनका काफिला सीधे बांकेबिहारी मंदिर की ओर निकल गया। कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर पहुंचे गृहमंत्री शाह ने ठाकुरजी की विधिवत पूजा-अर्चना की। प्रदेश के ऊर्जामंत्री एवं मथुरा सीट से भाजपा के उम्मीदवार श्रीकांत शर्मा भी उनके साथ मौजूद थे। शाह ने इसके बाद मंदिर के आसपास की गलियों में दुकानदारों और अन्य लोगों से संवाद कर विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए समर्थन मांगा। शाह यहां से श्रीजी बाबा विद्या आश्रम में आयोजित बैठक के लिए चले गए। गृहमंत्री शाह के पहुंचने से पहले मंदिर के सेवायत गोस्वामियों का कोरोना टेस्ट किया गया था। सभी सेवायतों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें पूजन की स्वीकृति प्रदान की गई।