नई दिल्ली, 27 जनवरी (हि.स.)। आखिरकार 69 साल बाद टाटा समूह ने सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया का स्वामित्व हासिल कर लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की मुलाकात के बाद इसका ऐलान किया गया। इसके बाद चंद्रशेखरन ने कहा कि हम एयर इंडिया को टाटा समूह में वापस पाकर उत्साहित हैं। इसे वैश्विक स्तर की एयरलाइन बनाने के लिए टाटा समूह पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) में सचिव तुहिन कांत पांडे ने गुरुवार को ट्वीट करके बताया कि एयर इंडिया का रणनीतिक विनिवेश लेनदेन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ, जिसमें एयर इंडिया के 100 फीसदी शेयर और प्रबंधन नियंत्रण मेसर्स टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित किए गए। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया का प्रभार रणनीतिक साझेदार की अगुवाई वाले नए निदेशक मंडल ने ले लिया है। टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने 8 अक्टूबर, 2021 को एयर इंडिया के अधिग्रहण की बोली 18 हजार करोड़ रुपये में जीत ली थी। टाटा समूह सरकार को 2,700 करोड़ रुपये नकद देगा और इसके अलावा एयर इंडिया का 15,300 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाएगा।
वित्त मंत्रालय ने भी एक बयान में बताया कि एयर इंडिया का रणनीतिक विनिवेश लेनदेन पूरा हो गया है, जिसमें सरकार को रणनीतिक साझेदार (मैसर्स टैलेस प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी) से 2,700 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। एयर इंडिया और एआईएक्सएल के 15,300 रुपये के कर्ज के दायित्व समेत एयर इंडिया के शेयर (एयर इंडिया और इसकी अनुषंगी एआईएक्सएल के 100 प्रतिशत शेयर और एआईएसएटीएस के 50 फीसदी शेयर) को रणनीतिक भागीदार को स्थानांतरित किए गए है।
उधर, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह एयर इंडिया को विश्वस्तरीय एयरलइन बनाने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि टाटा समूह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुधारों को लेकर प्रतिबद्धता और भारत की उद्यमी भावना में भरोसे को लेकर पूरी तरह वाकिफ है। ये ‘ऐतिहासिक बदलाव’ इसी कारण से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि मैं एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों का हमारे समूह में पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत करता हूं और साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं। चंद्रशेखरन ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के विमानन क्षेत्र को सस्ता बनाने और नागरिकों के लिए ‘रहन-सहन को सुगम’ बनाने में योगदान सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से सहमत हैं।