सीतारमण की बजट टीम में शामिल हैं ये अधिकारी, जानिए इनकी खासियत

-वित्त वर्ष 2022-23 के आम बजट की तैयारियों में जुटे हैं ये महत्वपूर्ण लोग

नई दिल्ली, 27 जनवरी (हि.स.)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट एक फरवरी, 2022 को 11 बजे संसद के पटल पर रखेंगी। कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर से जूझ रही देश की अर्थव्यवस्था को इस आम बजट से नई राह मिलने की उम्मीद है। आम आदमी से लेकर उद्योग जगत की निगाहें भी इस बजट पर टिकी हुई हैं। वित्त मंत्री के साथ उनकी पूरी टीम आम से खास आदमी को ध्यान में रखकर बजट तैयार कर रही है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त मंत्री ने वादा किया है कि इस बार का आम बजट कुछ खास होगा, जो अभी तक नहीं आया है। देश का आम बजट इस साल भी हरित होगा। पिछली बार की तरह इस बार भी बजट दस्तावेज ज्यादातर डिजिटल रूप में उपलब्ध होंगे। हालांकि, भौतिक रूप से इसकी कुछ प्रतियां उपलब्ध होंगी। इस बजट को तैयार करने में उनके साथ विशेषज्ञों की पूरी टीम जुटी हुई है। ऐसे में बजट तैयार करने वाली टीम के सदस्यों के बारे में आइए जानते हैं, क्या है उनकी खासियत।

टीवी सोमनाथन

वित्त मंत्रालय में एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी की जिम्मेदारी को संभाल रहे टीवी सोमनाथन इस बजट टीम का प्रमुख चेहरा हैं। दरअसल, परंपरा के मुताबिक वित्त मंत्रालय के पांच सचिवों में से सबसे वरिष्ठ अधिकारी को वित्त सचिव नियुक्त किया जाता है। वर्तमान में यह जिम्मेदारी सोमनाथन संभाल रहे हैं। सोमनाथन तमिलनाडु कैडर के 1987 के आईएएस अधिकारी हैं। अब देखना है कि सोमनाथन इस वित्तीय वर्ष में पूंजीगत व्यय की गणना कैसे करते हैं। कलकत्ता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी सोमनाथन के जिम्मे बजट में खर्च को अंकुश में रखने की बड़ी चुनौती है।

देबाशीष पांडा

देबाशीष पांडा वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में सचिव हैं। वे वित्तीय सेवा विभाग के प्रमुख के रूप में सार्वजनिक क्षेत्र के कार्यालयों को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए पांडा को टीम का सबसे अहम हिस्सा माना जा सकता है, क्योंकि बजट में वित्तीय क्षेत्र से जुड़े छोटे-बड़े सभी ऐलान उनकी जिम्मेदारी के तहत ही आते हैं। उत्तर प्रदेश कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी पांडा पर वित्तीय सिस्टम की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के साथ मिलकर काम करने की भी जिम्मेदारी है।

तरुण बजाज

तरुण बजाज वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव हैं। बजाज हरियाणा कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी है। यहां काम करने के दौरान उन्होंने देश के लिए कई राहत पैकेज पर काम किया है। बजाज की कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य देखभाल पैकेजों को सुविधाजनक बनाने में अहम भूमिका रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक तीन आत्मनिर्भर भारत पैकेज को आकार देने में तरुण बजाज की भूमिका बेहद अहम रही है। वित्त मंत्रालय में पदस्थ होने से पहले बजाज प्रधानमंत्री कार्यालय में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं।

तुहिन कांत पांडे

निवेश एवं सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडे का नाम भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बजट टीम में शामिल हैं, जिनके विभाग पर सभी की नजरें टिकी होंगी। वह ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें अक्टूबर 2019 में डीआईपीएएम का सचिव नियुक्त किया गया था। हालांकि, इस साल सरकार अपने विनिवेश लक्ष्यों को पूरा नहीं कर पाई है, लेकिन पांडे ने एयर इंडिया के विनिवेश में अहम भूमिका निभाई है। इस साल के बजट के बाद कई और परियोजनाएं हैं, जिनमें एलआईसी आईपीओ एक प्रमुख विनिवेश लक्ष्य है।

अजय सेठ

वित्त मंत्रालय में सबसे नया सदस्य होने के बावजूद आर्थिक मामलों के सचिव के पद पर तैनात अजय सेठ पर सभी की निगाहें होंगी। ये निर्मला सीतारमण के सभी बजट भाषणों का मसौदा तैयार करने के प्रभारी हैं। उनका विभाग पूंजी बाजार, निवेश और बुनियादी ढांचे से संबंधित नीतियों का मुख्य विभाग भी है। इनके ऊपर आय उत्पन्न करने और रोजगार सृजित करने के लिए बड़ी परियोजनाओं पर बड़ी राशि आवंटित करने की अपेक्षा है। सेठ कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। सेठ के पास भारत की जीडीपी ग्रोथ को बरकरार रखने के साथ अर्थव्यवस्था में प्राइवेट कैपिटल एक्सपेंडिचर को रिवाइव करने का मुश्किल काम है।

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