बीजिंग, 24 जनवरी (हि.स.)। ताइवान को लेकर चीन की सक्रियता एक बार फिर बढ़ी है। रूस-यूक्रेन विवाद के बीच चीन ने ताइवान में 39 लड़ाकू विमान भेजे हैं। इस पर अमेरिका ने चीन को चेतावनी देते हुए मौके का फायदा न उठाने की चेतावनी देते हुए कहा है कि ताइवान पर कब्जे का प्रयास न किया जाए।
चीन ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की सक्रियता ताइवान में बढ़ा दी है। ताइवान के दक्षिण पश्चिमी वायु रक्षा क्षेत्र में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने 39 लड़ाकू विमान भेजे हैं। चीन की यह तैनाती इसलिए गंभीर मानी जा रही है, क्योंकि इन 39 लड़ाकू विमानों में जे-10 और जे-16 जैसे घातक हथियारों से लैस लड़ाकू विमान भी शामिल हैं।
इस बीच अमेरिका ने चीन को चेतावनी दी है कि वह ताइवान में अपना दखल न बढ़ाए। वैसे अमेरिका ने चीन की घेराबंदी में कोई कमी नहीं छोड़ी है। चीन को ताइवान से दूरी बनाए रखने का संदेश देने के लिए अमेरिका परमाणु हथियारों से लैस युद्धपोत तैनात किये हैं। इनमें से एक फिलीपींस के समुद्र में तो दूसरा जापान के योकोसूका में तैनात किया गया है। इनके अलावा दो अमेरिकी युद्धपोत कार्ल विन्सन व अब्राहम लिंकन ताइवान के पास लगातार गश्त कर रहे हैं। उधर ताइवान भी किसी अंदेशे की आहट पाकर सक्रिय हो गया है। ताइवानी वायुसेना ने हवाई गश्त के साथ जमीन से हवा में मार करने वाली प्रक्षेपास्त्र प्रणाली को सक्रिय कर दिया है। उसका पूरा जोर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को किसी भी आक्रामक अभियान से रोकने पर है।