इस्लामाबाद, 24 जनवरी (हि.स.)। विपक्षी दलों के लगातार दबाव से परेशान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को बड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यदि उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो इसके भयानक परिणाम होंगे। फिलहाल इमरान ने विपक्ष को किसी भी तरह की कोई रियायत देने से इनकार किया है। 23 मार्च को पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के आगामी लॉन्ग मार्च पर इमरान ने कहा कि यह कदम विफल हो जाएगा।
इमरान खान ने कहा कि यदि मैं सड़कों पर उतर जाऊंगा तो विपक्षी दलों को छिपने के लिए कोई जगह नहीं मिलेगी। अगर मुझे पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो यह और भी खतरनाक होगा। इमरान खान ने नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ की भी आलोचना की और उनके साथ किसी भी तरह की बातचीत करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि मुझ पर शहबाज शरीफ से नहीं मिलने को लेकर सवाल उठाए जाते हैं क्योंकि वे विपक्ष के नेता हैं लेकिन मैं उनको देश के अपराधी के रूप में देखता हूं।
इसके साथ ही इमरान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रमुख पर भ्रष्टाचार के मामलों से बचने का आरोप लगाया। इमरान खान ने कहा- देखना पूरा शरीफ परिवार लंदन भाग जाएगा जहां नवाज शरीफ और उनके दो बेटे पहले से रह रहे हैं। नवाज शरीफ की संभावित वापसी के बारे में पूछे जाने पर इमरान ने कहा कि नवाज वापस आएं, हम उनका इंतजार कर रहे हैं लेकिन मैं जानता हूं कि वह वापस नहीं आएंगे। नवाज शरीफ को पैसे से प्यार है।
इमरान खान ने कहा कि पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज मुशर्रफ ने विपक्ष को एनआरओ (राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश) देकर सबसे बड़ा पाप किया। इमरान ने कहा कि विपक्ष सरकार को ब्लैकमेल करना चाहता है लेकिन अगर मैंने उनको कोई रियायत दी तो यह विश्वासघात होगा। इसके साथ ही इमरान खान ने दावा किया कि उनकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और अगला आम चुनाव भी जीतेगी।