इस्लामाबाद, 22 जनवरी (हि.स.)। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को चीन के दबाव के आगे झुकना पड़ा है। बीते वर्ष जुलाई में दासू डैम पर हुए हमले में मृत और घायल चीनी परिवारों को मुआवजा देने के मसले पर चीन का दबाव प्रभावी साबित हुआ है। पाकिस्तान इन परिवारों को 200 करोड़ रुपये मुआवजा देने को राजी हो गया है।
पाकिस्तान का चर्चित दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट पर बीते वर्ष 21 जुलाई से काम नहीं हो पा रहा है। दरअसल खैबर पख्तूनख्वा में चीनी कामगारों को ले जा रही एक बस पर 14 जुलाई 2021 को आतंकी हमला हुआ था। परियोजना पर काम करने वाली टीम को ले जानी वाली बस खाई में गिर गयी थी। उसे विस्फोटकों से लदी एक कार ने टक्कर मार दी थी। इसमें चीन के दस इंजीनियरों, दो स्थानीय लोगों सहित कुल 13 लोगों की मौत हो गयी। चीन के 26 अन्य लोग जख्मी हुए थे। इस घटना के बाद से वहां काम बंद था। चीन अपने 36 नागरिकों को मुआवजा देने की मांग पर अड़ा हुआ था और मुआवजे के अभाव में काम न करने की बात कह रहा था।
अब चीन के दबाव में पाकिस्तान भारी भरकम मुआवजे के लिए राजी हो गया है। पाकिस्तान सरकार की आर्थिक समन्वय समिति ने मृत व घायल चीनी नागरिकों को 1.16 करोड़ अमेरिकी डॉलर (200 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) मुआवजा दिये जाने को मंजूरी दे दी है। समिति ने इसे मानवीय आधार पर जारी सहायता करार दिया है। वैसे पाकिस्तान सरकार को मुआवजा भुगतान के बाद परियोजना पर काम शुरू होने की उम्मीद है।