(साप्ताहिक शेयर समीक्षा) चौतरफा बिकवाली से 3.5 प्रतिशत तक लुढ़का शेयर बाजार, सेंसेक्स में 2185 अंक की गिरावट

नई दिल्ली, 22 जनवरी (हि.स.)। शुक्रवार को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए काफी दबाव वाला सप्ताह साबित हुआ। लगातार 3 हफ्ते से शेयर बाजार में जारी तेजी पर इस सप्ताह जबरदस्त ब्रेक लगा। बाजार की तेजी पर ब्रेक लगने के साथ ही शेयर बाजार में सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को छोड़कर शेष सभी चारों कारोबारी दिन जमकर बिकवाली हुई।

पूरे सप्ताह शेयर बाजार में हुई चौतरफा बिकवाली की वजह से साप्ताहिक कारोबार के दौरान बीएसई का सेंसेक्स करीब 3.57 प्रतिशत की फिसलन के साथ 2,185.85 अंक लुढ़क कर 59,037.18 अंक के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 3.49 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 638.60 अंक का गोता लगाकर 17,617.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ।

बीएसई के लार्ज कैप इंडेक्स में पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान 3.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। लार्ज कैप शेयरों में शामिल अड़ाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी ट्रांसमिशन, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और हीरो मोटोकॉर्प ने चौतरफा हुई खरीदारी की बदौलत अच्छी बढ़त हासिल की। दूसरी ओर अंबुजा सीमेंट, बजाज फिनसर्व, डिवीज लेबोरेट्रीज और लार्सन एंड टूब्रो इन्फोटेक में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली।

इसी तरह बीएसई का मिडकैप इंडेक्स भी पूरे सप्ताह बाजार में चली बिकवाली की चपेट में आकर गिरावट का शिकार हो गया। पूरे सप्ताह के दौरान हुए कारोबार में बीएसई मिडकैप इंडेक्स साप्ताहिक आधार पर 4.3 प्रतिशत तक लुढ़क गया। इस इंडेक्स में शामिल शेयरों में से जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज, गोदरेज प्रॉपर्टीज, एनएफओ एज इंडिया, वोल्टास, कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, ऑरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज सॉफ्टवेयर और मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज बुरी तरह बिकवाली का शिकार हुए। बीएसई मिड कैप इंडेक्स को गिराने में इन शेयरों का सर्वाधिक योगदान रहा।

बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स पर भी पूरे सप्ताह चली बिकवाली का काफी असर पड़ा। हालांकि इसी सप्ताह के कारोबार के दौरान स्मॉलकैप इंडेक्स ने अपना उच्चतम स्तर भी हासिल किया, लेकिन बिकवाली के दबाव की वजह से ये इंडेक्स ऊंचाई पर कायम नहीं रह सका और सप्ताह के कारोबार की समाप्ति तक वापस लाल निशान में पहुंच गया।

बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स में शामिल शेयरों में से प्रेसीजन वायर्स इंडिया, केल्टॉन टेक सॉल्यूशंस, विकास लाइफ केयर, एचएसआईएल, ऑनमोबाइल ग्लोबल और खेतान केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स जैसी कंपनियों के स्टॉक्स में 21 से 44 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई। दूसरी ओर स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज, जी मीडिया कॉरपोरेशन, टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र), अनूप इंजीनियरिंग, तेजस नेटवर्क्स, जेपी इंफ्राटेक, ऊर्जा ग्लोबल, भंसाली इंजीनियरिंग पॉलीमर्स, डॉ लाल पैथ लैब और हीकाल लिमिटेड जैसी कंपनियों के स्टॉक्स में 16 से 23 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।

शेयर बाजार में सेक्टोरल परफॉर्मेंस पर नजर डालें, तो शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान बीएसई के आईटी सेक्टर इंडेक्स में 6.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वहीं बीएसई का टेलीकॉम सेक्टर इंडेक्स 5.8 प्रतिशत तक लुढ़क गया। इसी तरह निफ्टी के फार्मा इंडेक्स में भी 5.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान का पावर इंडेक्स मजबूत होकर बंद हुआ।

कंपनियों के शेयरों के साप्ताहिक कारोबार पर नजर डालें तो मार्केट कैप के लिहाज से इंफोसिस को सबसे अधिक नुकसान का सामना करना पड़ा। मार्केट कैप में हुए नुकसान के मामले में इंफोसिस के बाद टीसीएस, एचसीएल और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का स्थान रहा। दूसरी ओर पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, मारुति सुजुकी इंडिया और महिंद्रा एंड महिंद्रा के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की गई।

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