शिमला, 21 जनवरी (हि.स.)। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और बद्दी, परवाणू, ऊना से जहरीली शराब के तार जुडऩे के बाद एसपी बद्दी मोहित चावला, एसपी ऊना अर्जित सेन के अलावा एडिशनल एसपी कांगड़ा पुनीत रघु और एसडीपीओ परवाणू योगेश रोल्टा को भी एसआईटी में शामिल किया गया है। एसआईटी ने जहरीली शराब प्रकरण मामले में शराब सरगनाओं की पहचान कर ली है और इस कड़ी में शराब के सरगनाओं को पकड़ने के लिए पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर दबिश दी। एसआईटी की छापामारी के दौरान सर्च टीमों को घटनास्थल से आपत्तिजनक सामग्री और इसके पिछे रैकेट का पता चलने के बाद डीजीपी संजय कुंडू ने एसआईटी का विस्तार किया है। साथ ही अन्य राज्यों से समन्वय स्थापित करने के लिए एसपी कार्यालय बद्दी में कैंप कार्यालय स्थापित किया गया है।
पुलिस एसआईटी को जांच में इस प्रकरण से जुड़े एक बड़े रैकेट के होने का भी पता चला है। डीजीपी संजय कुंडू ने दावा किया है कि जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश किया जाएगा और इस प्रकरण से जुड़े आरोपित बेनकाब किए जाएंगे। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम और बिसरा जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट में शराब में मिथाइल अल्कोहल होने की बात सामने आई है। आरोपितों पर शिकंजा कसने में यह अहम साक्ष्य हो सकता है।
बता दें कि कच्ची शराब तैयार करने वाले मिथाइल अल्कोहल इथाइल अल्कोहल और यूरिया के अलावा ते नशे के लिए क्लोरल हाइड्रेड का इस्तेमाल भी करते हैं, जिससे नशे के तीव्रता को बढ़ाया जा सके। अब मृतकों के विसरा परीक्षण की जांच तीन चरणों में होगी। इसमें वैज्ञानिक पता लगाएंगे कि जहरीली शराब तैयार करने में कौन.कौन से केमिकल मिलाए गए हैं। अभी तक मंडी के सलापड में जहरीली शराव पीने से सात लोगों की मौत हो चुकी है।