वेलिंगटन, 16 जनवरी (हि.स.)। न्यूजीलैंड के पास स्थित द्विपीय देश टोंगा में समुद्र के भीतर ज्वालामुखी फटने के बाद प्रशांत महासागर में जताया गया सूनामी का खतरा टल गया है। हालांकि ज्वालामुखी फटने के बाद टोंगा के ऊपर राख के बादल देखे गए हैं। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने कहा है कि अभी तक टोंगा में किसी की मृत्यु होने या घायल होने की आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
एक दिन पहले टोंगा के पास समुद्र में हंगा टोंगा हंगा हापाई ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद समुद्र तट की ओर बढ़ती विशाल लहरों को देखते हुए सूनामी की चेतावनी जारी की गई थी। टोंगा प्रशासन ने समुद्र तट की बस्तियां खाली कर वहां रहने वाले लोगों को बचाने के लिए नजदीक के ऊंचे स्थान पर भेजा था। ऑस्ट्रेलिया के मौसम विज्ञान ब्यूरो ने कहा था कि नुकु आलोफा के 65 किमी उत्तर में हुआ ज्वालामुखी विस्फोट सूनामी का कारण बना है। टोंगा की राजधानी नकुआलोफा में 83 सेंटीमीटर ऊंची सूनामी लहरों का दावा किया गया था। इसके अलावा अमेरिकन समोआ की राजधानी पागो पागो में दो फीट ऊंची समुद्री लहरें देखी गयी थीं।
इस घटनाक्रम के बाद रविवार का दिन राहत की खबर लेकर आया। ज्वालामुखी विस्फोट के कारण प्रशांत महासागर में सूनामी का खतरा फिलहाल टल गया है। न्यूजीलैंड ने कहा है कि द्विपीय देश टोंगा के ऊपर ज्वालामुखी से निकली राख के 63000 फीट मोटे बादल बन जाने से निगरानी विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। सोमवार को प्रयास कर आपूर्ति विमान एवं नौसेना के पोत भेजे जाएंगे।