टेक्सास, 16 जनवरी (हि.स.)। अमेरिका के टेक्सास जेल में कैद जिस पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी को छुड़ाने के लिए यहूदी पूजाघर में लोगों को बंधक बना लिया गया, उस आफिया को छुड़ाने के लिए पाकिस्तान लंबे समय से परेशान है। पाकिस्तान में उसे छुड़ाने के लिए प्रदर्शन भी होते रहते हैं। आफिया को लेडी अलकायदा भी कहा जाता है, क्योंकि उसने जेल के भीतर रहते हुए अमेरिका को दहलाने की साजिश रची थी।
पाकिस्तान के कराची में जन्मी 49 वर्षीय आफिया ने अमेरिका के प्रसिद्ध मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से न्यूरोसाइंस में पीएचडी की है। 1995 से 2002 तक उसका पति रहा अमजद मोहम्मद खान पेशे से चिकित्सक है और अमेरिकी खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टीगेशन (एफबीआई) उससे भी पूछताछ कर चुकी है। दोनों के तीन बच्चे मरियम, अहमद व सुलेमान हैं।
अलकायदा से जुड़ी रही आफिया कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में शामिल होने के कारण एफबीआई के लिए मोस्टवांटेड रही है। 2003 में अमेरिका को आफिया के बारे में जानकारी मिली और उसे अफगानिस्तान से गिरफ्तार कर अमेरिका भेजा गया। उसे वहां 86 वर्ष की सजा सुनाई गयी है। उसने जेल में रहते हुए भी एक एफबीआई अधिकारी को मारने की साजिश रची थी। इसके बावजूद, पाकिस्तान आफिया को वापस लाने की कोशिशें करता रहा है। वर्ष 2018 में तो पाकिस्तान व अमेरिका के बीच एक गुप्त समझौते की बात भी सामने आयी थी, जिसमें अमेरिका ने आफिया को छोड़ने के बदले पाकिस्तान से डॉ.शकील अहमद को मांगा था। शकील वह व्यक्ति है, जिसने एक फर्जी अभियान चलाकर अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पकड़वाने में अमेरिका की मदद की थी।