कोपेनहेगेन (डेनमार्क), 11 जनवरी (हि.स.)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पूरी दुनिया को एक डराने वाली चेतावनी दी है। डब्ल्यूएचओ में यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हेन्स हेनरी पी क्लग ने कहा है कि अगले छह से आठ सप्ताह यानी दो माह के भीतर आधा यूरोप ओमिक्रॉन का शिकार होगा।
डॉ.क्लग ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वर्ष 2022 की शुरुआत से ही कोरोना का ओमिक्रॉन प्रारूप पूरी दुनिया के लिए मुसीबत बना हुआ है। सिर्फ यूरोपीय देशों में ही 70 लाख से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं। यूरोप और मध्य एशिया के 53 में से 50 देशों में ओमिक्रॉन दस्तक दे चुका है। उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैलुएशन ने भविष्यवाणी की है कि अगले छह से आठ सप्ताह में यूरोप की 50 प्रतिशत आबादी कोरोना के ओमिक्रॉन प्रारूप की चपेट में होगी।
कोरोना के ओमिक्रॉन को लेकर दुनियाभर में तनाव भी बढ़ रहा है। मंगलवार को ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा ने कहा कि ब्राजील में कोरोना तो बढ़ ही रहा है, कोरोना से संक्रमित लोगों में से सर्वाधिक ओमिक्रॉन वैरिएंट के ही हैं। हताश मार्सेलो क्विरोगा ने कहा कि तमाम चिकित्सकीय प्रयास सफल ही नहीं हो पा रहे हैं। हर तरह के प्रयासों व उपायों के बावजूद कोरोना उन्हें परास्त कर आ ही जाता है। उन्होंने कोरोना के अन्य वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन को सर्वाधिक प्रभावी प्रारूप करार देते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही कहा कि टीकाकरण की मजबूत रणनीति भी मरीजों की संख्या बढ़ने से नहीं रोक पा रही है। हम बड़ी संख्या में अस्पतालों में कोरोना से तड़पते मरीजों को देख रहे हैं। हमें अकल्पनीय मौतें भी देखनी पड़ रही हैं।