कानपुर, 29 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कानपुर के निरालानगर में मंगलवार को हुई रैली को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। प्रधानमंत्री की रैली के दौरान शहर में दंगा कराने के लिए साजिश रची गई थी, जिसका खुलासा पुलिस ने वीडियो फुटेज और सीसीटीवी कैमरे के आधार पर किया है। इसको लेकर नौबस्ता पुलिस थाने में एक नामजद और सात अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है।
नौबस्ता थाना प्रभारी अमित कुमार की तहरीर पर सचिन केसरवानी और सात अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया गया है। कुमार ने बताया कि मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी की निरालानगर में रैली थी। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी मौसम खराब होने के चलते सड़क मार्ग से निकल गये। कुछ देर बाद सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में दिख रहा है कि थाना क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के कुछ लोग भाजपा कार्यकर्ताओं के सफेद रंग के वाहन पर पथराव कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर आगजनी भी की गई।
इस वीडियो के संज्ञान में आने के बाद थाना प्रभारी अमित कुमार घटनास्थल त्रिमूर्ति अपार्टमेंट हमीरपुर रोड पर जांच के लिए पहुंचे तो देखा कि सड़क पर जले के कुछ अवशेष और अधजली लकड़ी मिली। सड़क पर ठेला लगाने वालों ने बताया कि समाजवादी पार्टी की लाल टोपी लगाये हुए आठ से दस युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया। उन लड़कों ने मुख्य मार्ग पर रोककर नारेबाजी भी की थी। जब गहनता से पूछताछ की गई तो सचिन केसरवानी का नाम सामने आया। आईस्क्रीम के कारोबार से जुड़े सचिन ने अपने आठ-दस साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया। इसका उद्देश्य यह था कि रैली में बुंदेलखंड की ओर से आने-जाने वाले भाजपा कार्यकर्ता उग्र हो जाएं। इससे क्षेत्र में अशांति और उपद्रव फैल जाये।