नोटों की यह गड्डियां प्रमाणित करती हैं कि कहां जाता था विकास का रुपया
कानपुर, 28 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिना नाम लिए कानपुर में पिछली सपा सरकार पर जमकर तंज कसा। कहा कि तिजोरियों और दीवारों से लूट का रुपया निकल रहा है। उन्होंने जनता से सवाल करते हुए कहा कि नोटों की यह गड्डियां क्या प्रमाणित करती हैं। यह वही रुपया है जिससे जनता का विकास करना था, लेकिन पांच साल में सत्ता में न रहने के बाद जब आयकर की टीम छापा मार रही है तो गड्डियां ही गड्डियां निकल रही हैं। इससे आप लोग अंदाजा लगा सकते हैं कि आपके विकास के रुपये में किस कदर पहले लूट होती थी।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन-चार दिनों से लगातार सपा से जुड़े एक व्यक्ति के परिसरों पर आयकर की छापे की कार्रवाई हो रही है, जिसमें पैसा दीवारों से निकल रहा है। यहां दो सौ से अधिक करोड़ रुपये और कई किलो सोना और चांदी निकला। आप लोग विचार करिये कि उन लोगों को आपने पांच साल पहले सत्ता से बाहर कर दिया। इसके बावजूद उनसे जुड़े लोगों के पास नोटों की गड्डियां आयकर के छापे में मिल रही हैं। इससे साफ है कि आपके विकास के लिए आने वाले रुपये में किस प्रकार की लूट की जा रही थी। उन्होंने कहा कि लूट का पैसा अब दीवारों से कैसे निकल रहा है यह सबके सामने है।
बताते चलें कि कानपुर और कन्नौज निवासी इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां पर आयकर की टीम छापेमारी कर रही है और बराबर रुपया मिल रहा है। पीयूष जैन के यहां से मिल रहे रुपयों को लेकर मुख्यमंत्री ने पिछली सरकार पर तंज कसा है और बिना नाम लिए अखिलेश यादव का करीबी बताया।
तय समय पर चालू हुई मेट्रो
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर औद्योगिक नगरी के साथ एतिहासिक नगरी भी है। यही नहीं कानपुर की पहचान गंगा की अविरलता और निर्मलता के साथ भी है। आज कानपुर को मेट्रो कनेक्टिविटी भी मिल गई है और यह मेट्रो तय समय पर चालू की गई है। यह अलग बात है कि पिछली सरकार के लोग जो सिर्फ फीता काटने जानते थे वह लोग आज कह रहे हैं कि मेट्रो हमारी सरकार की देन है। जबकि कानपुर की जनता अच्छी तरह से जानती है कि कोविड काल में मेट्रो का कार्य बराबर जारी रहा।