नई दिल्ली, 17 दिसंबर (हि.स.)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब 9 लाख अधिकारी और कर्मचारी शुक्रवार को भी देशव्यापी हड़ताल पर रहेंगे। इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बैंकों के निजीकरण के विरोध में गुरुवार से दो दिनों की हड़ताल शुरू की है। सरकारी बैंक कर्मचारियों के दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के पहले दिन सामान्य बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रहीं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हड़ताल से पहले दिन देशभर में बैंकों में कामकाज नहीं हुआ। इन बैंकों के ग्राहकों को डिपॉजिट और विड्राल, चेक भुनाने और कर्ज मंजूरी जैसी सेवाओं के ठप होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसकी वजह से करीब 18,600 करोड़ रुपये के चेक क्लीयर नहीं हो पाए। हालांकि, कई जगहों पर एटीएम काम करते रहे।
बैंक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की हड़ताल अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी), अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) और राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी संगठन (एनओबीडब्ल्यू) सहित 9 बैंक संघों के मंच यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) ने बुलाई है। सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारी और कर्मचारी वित्त वर्ष 2021-22 में दो और सरकारी बैंकों के निजीकरण करने के फैसले के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में दो सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी। हड़ताल से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ इंडिया सहित अन्य सरकारी बैंकों की देशभर में एक लाख से ज्यादा शाखाओं में कामकाज ठप रहा। हड़ताल का आह्वान करने वाले बैंक कर्मचारी और अधिकारी संगठनों ने दावा किया है कि देशव्यापी हड़ताल का आज भी पूरा असर दिखेगा।
2021-12-17