फिल्ड अंपायर ने दिया था एलबीडब्ल्यू आउट
- रिव्यू के बाद थर्ड अंपायर ने भी फैसले को रखा बरकरार, नहीं मिला निर्णायक सबूत
मुम्बई, 4 दिसंबर (हि.स.)। भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुंबई में दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला का आखिरी मैच खेला जा रहा है। आज मैच का दूसरा दिन है। मैच के पहले दिन शुक्रवार को भारतीय कप्तान विराट कोहली का आउट होना सुर्खियों में है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली श्रृंखला के पहले मैच में आराम के बाद दूसरे मुकाबले में वापसी कर रहे थे। फैंस को उनसे बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन पारी की शुरुआत में ही एजाज पटेल की गेंद पर फील्ड अंपायर अनिल चौधरी ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया। विराट ने अंपायर के इस फैसले को चुनौती देते हुए रिव्यू लिया। इसके बाद थर्ड अंपायर ने कई बार रिप्ले देखा। अंपायर को लगा कि गेंद बैट और पैड पर साथ टकराई है। उन्हें कोई निर्णायक सबूत (कनक्लूसिव एविडेंस) नहीं मिला, जिससे वह फील्ड अंपायर के फैसले को बदल सकें। उन्होंने फैसला बरकरार रखने को कहा। इस तरह कोहली बिना खाता खोले ही आउट हो गए। इस फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कोहली पवेलियन लौट गए।
हालांकि वीडियो रिप्ले में जो दिखा, उससे लग रहा था कि बॉल पहले बल्ले से टकराई है। इस फैसले पर कई क्रिकेटर भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर शेन वार्न ने इस फैसले पर अपनी राय रखी। शेन वार्न ने ट्विटर पर विराट के आउट होने का वीडियो रीट्वीट करते हुए लिखा कि यह साफ नॉट आउट है। हम अक्सर टेक्नोलॉजी पर बात करते हैं और इसके इस्तेमाल एवं इसके सटीक निर्णय पर बोलते हैं। मुख्य कारण इसकी व्याख्या करना है। यहां इसका सटीक उदाहरण देखने को मिल रहा है, जहां स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि गेंद पहले बल्ले के किनारे पर लगी थी।
अंपायर के इसी फैसले को लेकर अन्य ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ब्रैड हॉग सहमत दिखे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि यहां कोई निर्णायक सबूत नहीं था। घरेलू अंपायर पर बहुत दबाव था। उनके निर्णय पर अडिग रहने के लिए सम्मान प्रकट करता हूं। अगर यहां न्यूजीलैंड रिव्यू लेता तो ये नॉट आउट ही होगा। कुछ निर्णय आपके पक्ष में होते हैं कुछ आपके विरोध में।
इग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने ट्वीट किया, ‘नॉट आउट’। वॉन के मुताबिक विराट आउट नहीं थे।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर ने लिखा कि मेरी राय में गेंद पहले बैट पर लगी थी। मैं ‘स्पष्ट सबूत’ का हिस्सा भी जानता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि यह ऐसा उदाहरण है कि यहां कॉमन सेंस का इस्तेमाल करना चाहिए था, लेकिन जैसा कहा जाता है कॉमन सेंस भी बहुत आम नहीं होती है। विराट कोहली के लिए दुख है।