नई दिल्ली, 29 नवंबर (हि.स.)। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडु ने सोमवार को सदन को पिछले सत्र में विपक्षी नेताओं की सदन की गरिमा को नुकसान पहुंचाने से जुड़ी घटनाओं पर सरकार के नजरिए से अवगत कराते हुए कहा कि कुछ कड़वे और अप्रिय अनुभव अभी भी हमें परेशान कर रह हैं।
सभापति ने सदस्यों को बताया कि सत्ता पक्ष पिछले सत्र के दौरान कुछ सदस्यों के आचरण पर विस्तृत जांच चाहता है। इस संबंध में उन्होंने विभिन्न दलों के नेताओं से संपर्क साधा है। उनमें से कुछ ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके सदस्य किसी जांच में शामिल नहीं होंगे। वहीं कुछ नेताओं ने पिछले सत्र के दौरान सदन के कामकाज के पटरी से उतारने पर चिंता व्यक्त की और अनियंत्रित घटनाओं की निंदा की।
उन्होंने कहा कि आशा थी कि सदन पिछले सत्र के दौरान हुए घटनाक्रम पर अपना आक्रोश व्यक्त करता। साथ ही उस घटनाक्रम पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए आत्मनिरीक्षण और इसकी पुनरावर्ती को रोकने का नेतृत्व करता। इस तरह का आश्वासन उन्हें मसले को सही ढंग से हल करने में मदद करता। दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा नहीं हुआ।
पिछले सत्र के दौरान 11 अगस्त को सामान्य बीमा व्यवसाय (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक के पारित होने के दौरान सदन में अनियंत्रित घटनाक्रम देखने को मिला था। विपक्षी दलों ने उस दौरान आरोप लगाया था कि संसद की सुरक्षा से बाहर के लोगों को विधेयक के पारित होने के दौरान महिला सदस्यों सहित सांसदों को परेशान करने के लिए सदन में लाया गया था।
दूसरी ओर सत्ता पक्ष से उस दौरान कुछ मंत्रियों ने सभापति से मुलाकात की थी और कुछ विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।