अगरतला, 24 नवम्बर (हि.स.)| त्रिपुरा में पुलिस ने नगर निगम और नगर निकाय चुनावों के मतदान केंद्रों को ‘ए’ और ‘बी’ कैटेगरी में बांटा है। त्रिपुरा पुलिस के आईजीपी लॉ एंड ऑर्डर सुब्रत चक्रवर्ती ने बताया कि कुल 644 मतदान केंद्रों में से 370 ‘ए’ श्रेणी और 274 ‘बी’ श्रेणी के मतदान केंद्र के रूप में चिह्नित किया है।
त्रिपुरा में 25 नवम्बर को नगर निगम और नगर निकायों के लिए चुनाव होंगे। राज्य पुलिस प्रमुख ने सभी मतदाताओं से बिना किसी डर के अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आह्वान किया है। संयोग से, चुनावी दहशत के मुद्दे पर मामला सुप्रीम कोर्ट में ले जाया गया है। पुलिस ने दावा किया कि त्रिपुरा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हर मुमकिन उपाय किए गए हैं।
सुब्रत के मुताबिक अगरतला नगर निगम, 13 नगर परिषदों और 6 नगर पंचायतों में गुरुवार को मतदान होंगे। 20 थाना क्षेत्रों में 644 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदाता वहीं अपना मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों को दो श्रेणियों ‘ए’ और ‘बी’ में बांटा गया है। इसमें विशेष श्रेणी के मतदान केंद्रों को ‘ए’ और सामान्य श्रेणी के मतदान केंद्रों को ‘बी’ श्रेणी के रूप में चिह्नित किया गया है। उन्होंने कहा कि ‘ए’ श्रेणी में 370 और ‘बी’ श्रेणी में 274 मतदान केंद्र हैं।
आईजीपी ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के लिए भी सभी प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन ‘ए’ श्रेणी के मतदान केंद्र पर 4 टीएसआर के जवान और ‘बी’ श्रेणी के मतदान केंद्र पर 4 सशस्त्र पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। हालांकि, अगरतला पौर निगम के सभी मतदान केंद्रों को ‘ए’ श्रेणी के रूप में चिह्नित किया गया है और प्रत्येक मतदान केंद्र पर 5 टीएसआर जवान तैनात किए जाएंगे। ऐसे में अन्य मतदान केंद्रों की तुलना में पौर निगम के मतदान केंद्रों पर अधिक सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।
सुब्रत ने कहा कि स्ट्रांग रूम और सरकारी प्रेस में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए सीआरपीएफ की तैनाती की जाएगी। इस मामले में उन्हें गेजेटेड अधिकारी के अधीन नियोजित किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि रिटर्निंग अधिकारियों के सभी कार्यालयों में स्थायी गार्ड की तैनाती कर दी गई है। सभी रिटर्निंग अधिकारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान की गई है। सभी पर्यवेक्षकों के साथ एस्कॉर्ट्स और व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान की गई है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए, 97 सिविल सेक्टर अधिकारियों के साथ 97 पुलिस सेक्टर अधिकारियों को उन्हें सौंपे गए है। उन्हें क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया गया है। जिन थानों में क्षेत्र के वर्चस्व के आधार पर चुनाव होंगे, वहां टीएसआर के 25 जवान तैनात रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 30 और टीएसआर कर्मियों को रिजर्व के रूप में जिलों में भेजा गया है। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी थानों को अतिरिक्त 61 हल्के वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा, सीआरपीएफ के 50 सेक्शन को विशेष रूप से कानून और व्यवस्था बनाए रखने और क्षेत्रीय वर्चस्व का मुकाबला करने के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि अगरतला नगर निगम चुनाव और अन्य स्थानों पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद सीआरपीएफ की 15 अतिरिक्त सेक्शन तैनात की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि अब तक 88 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इसके अलावा, त्रिपुरा में 244 जोखिम वाले गांवों की पहचान की गई है और आवश्यकता के अनुसार चौबीसों घंटे गश्त पर गश्त की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि वारंटों को निष्पादित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा था और नगर निकाय चुनावों की घोषणा के बाद से कुल 161 ऐसे वारंटों को निष्पादित किया गया है और 433 निरोधक गिरफ्तारियां की गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि कथित राजनीतिक हिंसा के सभी मामलों में, कानून की उपयुक्त धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। नगर निगम चुनाव की घोषणा के बाद से पुलिस ने 57 राजनीतिक मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा सीमा पर बीएसफ कड़ी नजर रखे हुए है।
उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव की घोषणा के बाद से एहतियात के तौर पर कानून के तहत 63 लोगों को प्रतिबंधित किया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिलों में त्वरित प्रतिक्रिया दल भी बनाए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि चौबीसों घंटे निगरानी के लिए सभी जिलों में कुल 123 नाका बिंदुओं को चालू कर दिया गया है। त्रिपुरा पुलिस के महानिदेशक ने सभी मतदाताओं से निडर और स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आह्वान किया है। उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा पुलिस ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं।