ताइपे, 18 नवंबर (हि.स.)। चीन से लगातार मिल रही धमकियों के बीच ताइवान ने अपनी वायुसेना में एफ-16 लड़ाकू विमानों की तैनाती की है। अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ताइवान ने इन विमानों को वायुसेना के बेड़े में शामिल किया है।
ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने गुरुवार को चियाई में एक वायु सेना अड्डे पर 64 उन्नत F-16V लड़ाकू जेट विमानों को वायुसेना में शामिल किया। यह विमान ताइवान के कुल 141 F-16 A/B जेट के हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है, जो 1990 के दशक का एक पुराना मॉडल है, जिसे 2023 के अंत तक पूरी तरह से पुनर्निर्मित किया जाएगा।
त्साई ने कहा कि उन्नयन परियोजना ने अमेरिकी रक्षा उद्योग के साथ ताइवान के सहयोग की ताकत को प्रदर्शित किया है। यह ऐसे समय में आया है, जब द्वीप की स्थिति अमेरिका-चीन संबंधों में तनाव का एक प्रमुख बिंदु बन गई है। त्साई ने कहा कि जैसे-जैसे अधिक F-16V सेवा में प्रवेश करेंगे ताइवान की सुरक्षा और भी मजबूत होगी।
F-16V मल्टी रोल वाले लड़ाकू जेट का तकनीकी रूप से सबसे उन्नत संस्करण है, जो अत्यधिक सक्षम रडार से लैस है, जिससे यह एक बार में 20 से अधिक लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। इसमें अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली के साथ-साथ उन्नत हथियार, सटीक जीपीएस नेविगेशन और जमीन के साथ टकराव से बचने के लिए विशेष प्रणाली से लैस है।