फीकी पड़ी सोने-चांदी की चमक, सोना 1762 रुपये तक लुढ़का

नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमत में गिरावट का रुख नजर आया है। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान सोना प्रति 10 ग्राम 1,762 रुपये तक लुढ़क गया है जबकि चांदी में भी 3,452 रुपये प्रति किलो तक की कमजोरी आई है। हालांकि सोने और चांदी की कीमत में जल्दी ही एक बार फिर तेजी आने की बात भी कही जा रही है। 

इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक 11 जून को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह में सोने का बंद भाव 49,028 रुपये प्रति 10 ग्राम था। इस कारोबारी सप्ताह के 5 दिनों में इसका भाव 1,762 रुपये टूटकर 47,266 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया। 
घरेलू सर्राफा बाजार में फिलहाल सोना अपने टॉप लेवल से फिलहाल करीब 9,000 रुपये नीचे गिर कर कारोबार कर रहा है। अगस्त 2020 में सोने ने 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच कर ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाया था लेकिन बाद के दिनों में सोना इस स्तर से करीब 12,000 रुपये तक नीचे लुढ़क कर 44 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। हालांकि उसके बाद आई तेजी ने सोने को सहारा दिया है और ये पिछले हफ्ते 49 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक पहुंच गया था लेकिन अब एक बार फिर इस हफ्ते सोने ने गिरावट का रुख दिखा दिया है। 
सोने की तरह ही पिछला कारोबारी सप्ताह चांदी के लिए भी अच्छा नहीं रहा। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान चांदी की कीमत में 3,452 रुपये की कमजोरी दर्ज की गई। 11 जून को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान चांदी का बंद भाव 72,139 रुपये प्रति किलो था, जो 18 जून तक गिरकर 68,687 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया। वायदा बाजार के संकेतों के आधार पर हाजिर चांदी की कीमत में अभी अगले एक दो हफ्ते तक नरमी का रुख बने रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। 
जानकारों के मुताबिक सोने और चांदी की कीमत में आई गिरावट की मुख्य वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत में नरमी आना है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लुढ़क कर 1,764 डॉलर प्रति औंस के भाव पर पहुंच गया है जबकि पिछले सप्ताह सोना 1,880 डॉलर प्रति औंस के की कीमत पर कारोबार कर रहा था। 
कमोडिटी एक्सपर्ट सर्वेश्वर दयाल के मुताबिक अमेरिकी फेडरल बैंक की ओर से ब्याज दर में 2023 के अंत तक दो बार बढ़ोतरी करने की बात कहे जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में निवेशकों का सोने के प्रति रुझान कम हुआ है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत में गिरावट आई है और उसका असर भारतीय बाजार में भी दिख रहा है। 
सर्वेश्वर दयाल का ये भी कहना है की सोना और चांदी में गिरावट का ये दौर लंबे समय तक जारी रहने वाला नहीं है और आने वाले दिनों में सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2,050 से लेकर 2,100 डॉलर प्रति औंस तक चढ़ सकता है। भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत इस साल के अंत तक प्रति 10 ग्राम 55 से 56 हजार रुपये तक जा सकती है। 
इसी तरह सर्राफा बाजार के विशेषज्ञ मयंक श्रीवास्तव का कहना है कि देश में महंगाई दर अभी सर्वोच्च स्तर पर है। जब भी महंगाई दर बढ़ती है तो सोने के भाव में भी मजबूती आती है। खासकर अभी जब देश में कोरोना संक्रमण के कारण लगाई गई पाबंदियों में ढील दी जा रही है, तब कारोबारी गतिविधियां भी तेज होने लगी है। साथ ही सामाजिक कार्यक्रमों और शादी ब्याह जैसे समारोहों की भी शुरुआत होने के आसार बन गए हैं। इनकी वजह से स्वाभाविक रूप से सर्राफा बाजार में सोने की मांग बढ़ेगी, जिसका असर सोने की कीमत पर भी पड़ेगा। 
हिन्दुस्थान समाचार/योगिता

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