ब्रिस्टल,18 जून (हि.स.)। इंग्लैंड के खिलाफ यहां खेले जा रहे एकमात्र टेस्ट मैच के दूसरे दिन 96 रनों की पारी खेलने वाली भारतीय सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा ने कहा कि यह पारी आगामी मैचों में उन्हें काफी आत्मविश्वास देगी।
शैफाली ने कहा कि टीम ने उन्हें उनका प्राकृतिक खेल खेलने की छूट दी और यही कारण है कि वह अपने टेस्ट पदार्पण मैच में एक शानदार पारी खेल सकीं।
शैफाली ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “टीम प्रबंधन ने मुझे अपना स्वाभाविक खेल खेलने की छूट दी, इसलिए मैं स्कोर करने में सक्षम थी। जाहिर है, अगर कोई बल्लेबाज 90 के स्कोर पर आउट हो जाता है तो बुरा लगता है लेकिन 96 रन की यह पारी मुझे आने वाले खेलों में बहुत आत्मविश्वास देगी और मैं इसे सौ में बदलने की कोशिश करूंगी।”
भारत की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और 17 वर्षीय शैफाली ने शानदार शुरुआत की। दोनों ने पहले 167 रन की साझेदारी की,जो टेस्ट में भारत की महिलाओं की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है।
उन्होंने कहा, “मैं अपनी उम्र नहीं गिनती और हमेशा बल्ले से अपनी टीम का समर्थन करने और टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने के बारे में सोचती हूं।”
शैफाली ने अपनी बड़ी हिटिंग क्षमताओं के पीछे के रहस्य का भी खुलासा किया।
शैफाली ने कहा, “मेरे पिता ने मुझे और मेरे भाई को बड़े शॉट मारने पर 10-15 रुपये दिए और मैंने छक्के मारने का बहुत अभ्यास किया। मैंने सीखा है कि टेस्ट क्रिकेट में धैर्य और फिटनेस महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने कहा, “मैं हर सीरीज से सीखती हूं जो मैं खेलती हूं। अपने टेस्ट डेब्यू की तरह मैंने अपनी फिटनेस और खेल पर कड़ी मेहनत की है और टीम के लिए योगदान करना अच्छा लगता है।”
बता दें कि भारतीय सलामी बल्लेबाजों के ठोस शुरूआत के बावजूद इंग्लैंड ने अंतिम सत्र में पांच विकेट लेकर मैच में जोरदार वापसी की। एक समय 167 पर कोई विकेट नहीं गंवाने वाली भारतीय टीम ने दिन का खेल खत्म होने पर 187 रनों पर पांच विकेट खो दिये। हरमनप्रीत कौर और दीप्ति शर्मा क्रमश: चार और शून्य पर नाबाद लौटीं।