एशियाई मुक्केबाजी : पूजा रानी ने जीता स्वर्ण, भारतीय महिलाओं ने 10 पदकों के साथ किया अपने अभियान का समापन

दुबई, 31 मई (हि.स.)। भारतीय महिला मुक्केबाजों ने एएसबीसी एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2021 में 1 स्वर्ण सहित 10 पदकों के साथ अपने अभियान का समापन किया। पूजा रानी ने फॉर्म में चल रही मावलुदा मूवलोनोवा को हराकर अपने खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया और लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता। भारतीय महिलाओं ने एक स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य पदक के साथ अपने अभियान का अंत किया। 
अनुभवी मुक्केबाज मैरी कॉम (51 किग्रा), लालबुत्साईही (64 किग्रा) और अनुपमा (+81 किग्रा) को अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा,परिणाम स्वरूप तीनों को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (54 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा) और स्वीटी (81 किग्रा) उन भारतीय महिला मुक्केबाजों में शामिल हैं, जिन्होंने सेमीफाइनल में कांस्य पदक हासिल किया। 
ओलंपिक के लिए जाने वाली मुक्केबाज पूजा रानी (75 किग्रा) का सामना एक मजबूत उज्बेकिस्तानी मुक्केबाज से हुआ, जो अंतिम -4 चरण में लंदन ओलंपिक पदक विजेता मरीना वोल्नोवा को हराकर फाइनल में आई थी। पूजा ने बहुत तेज और सामरिक प्रतिभा दिखाई और समय पर मुक्कों से प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाया। 
उन्होंने अपना आक्रमण जारी रखा और उज़्बेक मुक्केबाज़ को 5-0 से हराकर एशियाई चैंपियनशिप में अपना लगातार दूसरा स्वर्ण पदक हासिल किया। 2019 में स्वर्ण, 2012 में रजत और 2015 में कांस्य के बाद पूजा का यह चैंपियनशिप में चौथा पदक है। 
इससे पहले मैरी कॉम, लालबुत्साईही ने अपने-अपने फाइनल मुकाबलों में हारकर रजत पदक के साथ अपने अभियान का समापन किया। मैरी कॉम जहां दो बार की विश्व चैंपियन नाज़िम काज़ाइबे से 2-3 से हार गईं, वहीं लालबुत्साईही (64 किग्रा) को भी एक और करीबी स्वर्ण पदक मुकाबले में कजाकिस्तान की मिलाना सफ्रोनोवा से 3-2 से हार का सामना करना पड़ा। 
 बाद में, एक अन्य भारतीय मुक्केबाज अनुपमा (+81) भी रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वह एक रोमांचक फाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान की लज्जत कुंगेइबायेवा से 2-3 से हार गईं। 

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