न्यूयॉर्क, 31 मई (हि.स.)। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने कोविड-19 वायरस और उसके वैरियंट को रोकने वाली दवा बनाने का दावा किया है। शोधकर्ताओं का दावा है कि इस दवा से सार्स-कोव-2 वायरस का संक्रमण रोकने के साथ ही रेसपेटरी सिस्टम (श्वसन तंत्र) के संक्रमण का इलाज करने में मदद मिलेगी। हालांकि इस दवा का प्रयोग अभी तक चूहों पर ही किया गया है।
पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में शोधकर्ताओं की टीम ने डाय-आब्जी दवा का विकास किया है, जो शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करती है। इसके साथ ही यह कोविड-19 के दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट के संक्रमण को गंभीर रूप नहीं लेने देती है।
शोध में शामिल पैथोलाजी और लेबोरेटरी मेडिसिन की प्रोफेसर सारा चेरी ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि सार्स-कोव-2 के संक्रमण में दवा की एक डोज से शुरुआती दौर में प्रतिरक्षा तंत्र को सक्रिय कर देना कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए एक प्रभावी रणनीति हो सकती है। यह दवा दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट बी1351 पर भी कारगर है, जो पूरी दुनिया में चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि वायरस के संक्रमण और इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए प्रभावशाली एंटीवायरल दवा की खोज नितांत जरूरी है। कोरोना की इस नई दवा के बारे में यह जानकारी साइंस इम्युनोलाजी पत्रिका में प्रकाशित हुई है।