नेपाल की संसद भंग, नवंबर में होंगे नये चुनाव, विपक्ष को लगा झटका

काठमांडू, 22 मई (हि. स.)। नेपाल की राष्‍ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने देश की प्रतिनिधि सभा को भंग करते हुए मध्‍यावधि चुनावों की घोषणा कर दी है। इसी के साथ नेपाल में कुछ दिनों से चल रहे राजनीतिक संकट के बीच नेपाल में विपक्षी दलों की सरकार बनाने की कोशिशों को झटका लगा है। नये चुनाव 12 और 19 नवंबर को होंगे।

शुक्रवार को प्रधानमंत्री के.पी.शर्मा ओली और विपक्षी दलों ने अपने समर्थक सांसदों के हस्ताक्षर वाले पत्र सौंपकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था। नेपाल में राजनीतिक संकट वहां के सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट गठबंधन में दरार के बाद शुरू हुआ था।    

नेपाल के राष्‍ट्रपति कार्यालय के मुताबिक,’ राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री पद के लिए शेर बहादुर देउबा और के.पी.शर्मा ओली, दोनों के ही दावों को खारिज कर दिया है।’ इसके बाद राष्‍ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने प्रतिनिधि सभा भंग कर दी है। नेपाल के विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली सरकार की जगह अपने दावों को मजबूती देने के लिहाज से आगे की रणनीति तय करने के लिए शुक्रवार को ही बैठक की थी। इसके पहले ओली ने संसद में अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए एक और शक्ति परीक्षण से गुजरने में असमर्थता जता दी थी। एक दिन पहले ही नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने देश के राजनीतिक दलों से नयी सरकार बनाने का दावा पेश करने को कहा था। ओली को प्रधानमंत्री बने रहने के लिए 30 दिन के अंदर बहुमत साबित करना था। अब इन दोनों विकल्पों में से किसी के भी ठोस आकार नहीं लेने की स्थिति में नये चुनाव की घोषणा हो गयी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *