17 जिलों के एक लाख से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
वेरावल/अहमदाबाद, 17 मई (हि.स.)। चक्रवाती तूफ़ान ‘तोकते’ गुजरात तट से 250 किमी. और वेरावल से 290 किमी दूर है। आज रात 8 से 11 बजे के बीच पोरबंदर और महुवा के बीच करीब 155 से 165 किलोमीटर की रफ्तार से टकराने की संभावना है। तूफ़ान ‘तोकते’ के गुजरात तट से टकराने पर बेहद भीषण चक्रवाती तूफान आने की आशंका जताई गई है। तूफ़ान से निपटने के लिए राज्य सरकार ने पूरी तरह तैयार होने का दावा किया है। इस बीच गुजरात में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही वेरावल और जाफराबाद बंदरगाहों पर 10 सबसे खतरनाक सिग्नल लगाए गए हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने गुजरात और दीव को रेड अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ आज रात 8 बजे से 11 बजे के बीच पोरबंदर और भावनगर के महुवा में 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से टकराने की संभावना है। तूफान का असर अब तट पर उठती लहरों के रूप में महसूस किया जा रहा है। वेरावल-जाफराबाद पोर्ट पर सिग्नल नंबर 10 और धोधा पोर्ट पर नंबर 9 लगाया गया है। वेरावल और अमरेली जिलों में जाफराबाद बंदरगाह पर लहरें उठ रही हैं। इसके अलावा जाफराबाद, शियालबेट, पीपावाव, सरकेश्वर, धारबंदर इलाकों में तेज हवाएं चलने लगी हैं। तट पर भी धीमी बारिश हो रही है। प्रशासन ने सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में मछुआरों को समुद्र और तटीय क्षेत्रों में न जाने के लिए सतर्क कर दिया है।
राज्य सरकार ने 17 तटीय जिलों के 655 गांवों से एक लाख से अधिक नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। निकासी अभियान देर रात तक चला और आज सुबह 5 बजे से फिर से शुरू कर दिया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व पंकज कुमार ने कहा कि 21 जिलों की 84 तहसीलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। 6 तहसीलों में 1 इंच बारिश हुई है। तूफान से हुए नुकसान से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 242 वन विभाग और 242 सड़क एवं भवन विभाग की टीमों को तैनात किया है जो पेड़ों से अवरुद्ध सड़कों को खाली करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव के लिए संबंधित जिलों के प्रबंधन के लिए एनडीआरएफ की 41 टीमों को लगाया गया है जबकि एसडीआरएफ की 10 टीमों को तैनात किया गया है। बारिश के कारण निचले इलाकों में कुल 456 डीवाटरिंग पंप स्थापित किए गए हैं जिसे जरूरत के मुताबिक चालू किया जाएगा। क्षेत्र के नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे तूफान की गंभीरता को देखते हुए अपने घरों से न निकलें।
उन्होंने कहा कि तेज हवाओं या अन्य कारणों से बिजली गुल होने की स्थिति में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए ऊर्जा विभाग ने 661 टीमों को तैनात किया है। 750 में से 400 पावर ब्रेकअप की समस्या का समाधान कर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है। इसी तरह नागरिकों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग की 388 टीमों और राजस्व अधिकारियों की 319 टीमों को इन क्षेत्रों में तैनात किया गया है।