रायपुर 17 मई (हि.स.) । भारतीय जनता पार्टी (भाजाप) के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ तक रोहिंग्या मुसलमानों की आमद और उन्हें यहां बसाने की चल रही सियासी कोशिशों पर गहरी चिंता जताई है। सिंहदेव ने हाल ही अंबिकापुर नगर निगम की सामान्य सभा में सत्तापक्ष की ओर से कुछ लोगों के जाति एवं निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए लाए गए प्रस्ताव के मद्देनज़र आशंका जताई कि इसमें कुछ रोहिंग्या मुसलमान भी हो सकते हैं, जिसकी जांच की जानी चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सिंहदेव ने रविवार शाम को बयान जारी कर कहा कि निगम की सामान्य सभा में 20 लोगों के लिए पिछड़ा वर्ग जाति और निवास प्रमाण पत्र बनाने के लाए गए प्रस्ताव में 15 नाम मुस्लिम समुदाय के थे। इस आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता कि पिछले कई वर्षों से अंबिकापुर में अवैध रूप से रह रहे ये मुस्लिम, रोहिंग्या मुसलमान हैं, जिनमें से 12 लोग मुस्लिम जुलाहा जाति के बताए गए हैं। इन्हें छत्तीसगढ़ में अन्य पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में माना जाता है। सिंहदेव ने कहा कि यह सरकारी एजेंसियों की विफलता और नेताओं के वोटबैंक की सबसे गंदी और भयावह सियासत का नमूना है। नगर निगम में पार्षद आलोक दुबे के नेतृत्व में भाजपा ने इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के लोग यहां अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों को स्थायी रूप से बसाने की राजनीति करके छत्तीसगढ़ को भी अशांत प्रदेश बनाने पर आमादा हैं।
सिंहदेव ने कहा कि रोहिग्या मुसलमानों को बसाने के लिए कांग्रेस नगर निगम में अपने बहुमत का खुला दुरुपयोग कर यह प्रस्ताव पारित कराना चाहती है, लेकिन भाजपा अंबिकापुर में ऐसी किसी भी कोशिश को क़ामयाब नहीं होने देगी। सिंहदेव ने इस प्रस्ताव के परिप्रेक्ष्य में प्रशासन से टीम गठित कर दस्तावेज़ों की बारीकी से जांच करा कराकर दोषियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है। सिंहदेव ने बताया कि प्रमाण पत्र हासिल करने की गरज से उक्त अल्पसंख्यकों ने ज़िला, तहसील प्रशासन तक गुहार लगाई थी, लेकिन कोई वैध दस्तावेज़ नहीं होने के कारण उन्हें बैरंग लौटाया गया था और अब वही लोग कांग्रेस के अल्पसंख्यक समुदाय के पार्षदों के माध्यम से यह प्रस्ताव पारित कराना चाहते हैं।